आतंकवाद को खत्‍म करने के लिए एक साथ काम करेगा भारत और अमेरिका

अमेरिका के टॉप काउंटर-टेररिज्‍म ऑफिशियल नाथन सेल्‍स ने कहा है कि जब तक 26/11 के साजिशकर्ताओं को सजा नहीं मिल जाती है, अमेरिका चैन से नहीं बैठेगा। सेल्‍स की यह टिप्‍पणी अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के उस ट्वीट के बाद आई है जिसमें उन्‍होंने कहा है कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमलों की 10वीं बरसी पर उनका देश भारत के साथ खड़ा है। सेल्‍स अमेरिका के टॉप ऑफिशियल हैं। 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमलों में 164 लोगों की मौत हो गई थी और सैंकड़ों लोग घायल भी हुए थे। मारे गए लोगों में छह नागरिक अमेरिका के भी थे।

दुनिया आतंकवाद के दर्द को झेल रही

नाथन सेल्‍स ने कहा, ’10 वर्ष पहले मुंबई दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी हमलों में शामिल एक हमले का शिकार बना। आज हम 26/11 हमलों की एक और बरसी पर हैं। हम उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्‍होंने हमलों में अपनी जान गंवा दी। इसके साथ ही मुंबई की तरह दुनिया के बाकी देशों पर आने वाले खतरों से बचने का अपना साझा वादा पूरा करेंगे।’ सेल्‍स, अमेरिकी दूतावास की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम पर थे जहां पर उन्‍होंने यह बात कही। सेल्‍स ने कहा कि वह यह कहना चाहते हैं कि अमेरिका भारत और मुंबई के लोगों के साथ है। आज का दिन हमें यह याद दिलाता है कि अगर एक देश आतंकवाद का दर्द झेल रहा है तो फिर हम सभी भी उसी दर्द से गुजरते हैं। सेल्‍स ने कहा कि मुंबई हमला भारत पर हुआ था लेकिन आतंकियों ने इसके जरिए कई देशों में खून बहाया। सेल्‍स ने इस मौके पर मुंबई एंटी-टेररिस्‍ट स्‍क्‍वायड (एटीएस) के चीफ हेमंत करकरे को याद किया। इसके अलावा उन्‍होंने मुंबई पुलिस के एसीपी अशोक काम्‍टे और विजय सालस्‍कर को भी द्धांजलि दी जिन्‍होंने मुंबई पुलिस फोर्स को अपनी जिंदगी के 25 वर्ष दिए थे। सेल्‍स ने कहा कि वह इन तीनों महान व्‍यक्तियों के साथ ही हमलों के दौरान आतंकियों को जवाब देने वाले सभी सुरक्षाबलों को सम्‍मान देते हैं।

पाकिस्‍तान अपनी जिम्‍मेदारी तय करे

सेल्‍स की मानें तो भारत और अमेरिका दोनों के ही नागरिक हमले में मारे गए थे और ऐस में आतंकवाद को खत्‍म करने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना होगा। सेल्‍स ने पाकिस्‍तान स्थित आतंकी संगठन लश्‍कर-ए-तैयबा का नाम लिया और कहा कि हमें उन सभी आतंकियों को सजा देनी होगी जिन्‍होंने क्रूरता को अंजाम दिया। लश्‍कर को ऐसी सजा दी जानी चाहिए कि वे फिर कभी हमारे लोगों को डरा न सके। सेल्‍स ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने कई क्षेत्रों में प्रगति की है। सेल्‍स ने इस दौरान जानकारी दी कि अमेरिका ने हमलों के त‍ुरंत बाद क्‍या कदम उठाए। उन्‍होंने कहा कि मुंबई पर हमलों के बाद अमेरिका ने सुनिश्चित किया कि दुनिया इस बात को देखे कि आतंकी संगठन लश्‍कर क्‍या काम करता है। इसके साथ भारत के साथ मिलकर अमेरिका ने यूनाइटेड नेशंस (यूएन) में लश्‍कर और इसके सरगना हाफिज सईद के अलावा जकी-उर-रहमान को आतंकी साबित किया। सेल्‍स ने इसके बाद कहा कि हम सभी देशों खासतौर पर पाकिस्‍तान से अपील करती हूं कि वे हमलों में शामिल साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने में अपनी हिस्‍सेदारी तय करे। सेल्‍स ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका दोनों देश एक साथ हैं और आतंकवाद भी इन्‍हें अलग नहीं कर सकता है।