आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले बदले राजनीतिक समीकरण

आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरण बदलते दिखाई दे रहे हैं। एनटीआर के दामाद दग्गुबाटी वेंकटेश्वर राव और उनके बेटे ने रविवार को वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाईएस जगनमोहन रेड्डी से मुलाकात की। उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा जताई है। बता दें कि वेंकटेश्वर राव साल 2014 के बाद से ही सक्रिय राजनीति से दूर रहे हैं।

पूर्व कांग्रेस नेता वेंकटेश्वर राव की पत्नी पुरंदेश्वरी बीजेपी मेनिफेस्टो कमेटी की चेयरमैन हैं। राव के बेटे हितेश वाईएसआर कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। वेंकटेश्वर राव ने मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों को बताया कि इस संबंध में जल्द ही ऐलान किया जाएगा। मीडिया ने उनके बेटे के चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया।

इसपर उन्होंने कहा कि ये फैसला पार्टी को लेना है कि हितेश किस सीट से चुनाव लड़ेंगे। ऐसी खबरें आ रही हैं कि हितेश वाईएसआर कांग्रेस के टिकट पर पर्चुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। वेंकटेश्वर राव ने कहा कि उनकी पत्नी बीजेपी में ही रहेंगी। उन्होंने कहा कि पत्नी का फैसला कि या तो वे पार्टी के साथ बनी रहेंगी या फिर राजनीति से दूरी बना लेंगी।

एनटीआर के दामाद हैं वेंकटेश्वर राव

वेंकटेश्वर राव अगर जगन मोहन रेड्डी की पार्टी में शामिल होते हैं तो ये चंद्रबाबू नायडू के लिए बड़ा झटका होगा। जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। तेलगु देशम पार्टी के संस्थापक एनटी रामाराव के दामाद दगुबत्ती वेंकटेश्वर राव ने चंद्रबाबू नायडू पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम सरकार के पैसों को प्रयोग करके पार्टी का प्रोग्राम ‘दीक्षा’ करवा रहे हैं।