अयोघ्या पर हुए आतंकवादी हमले पर आज न्यायालय करेगी सुनवाई

14 वर्ष पहले अयोघ्या स्थित राम जन्मभूमि पर हुए आतंकवादी हमला मुद्दे में सुनवाई कर रही विशेष न्यायालय आज (मंगलवार) निर्णय सुना सकती है 11 जून को सुनवाई पूरी होने के बाद न्यायालय ने फैसला के लिए 18 जून की तारीख निर्धारित की थी

प्रकरण की सुनवाई स्पेशल जज एससीएसटी दिनेश चन्द कर रहे है डीजीसी गुलाब चन्द अग्रहरि ने बताया कि अभियोजन  बचाव पक्ष की बहस 11 जून को खत्म हो गई थी न्यायालय ने सभी पक्षों को सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था

घटना पांच जुलाई 2005 की प्रातः काल नौ बजकर 15 मिनट की अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि परिसर की है वादी पीएसी के दलनायक कृष्ण चन्द सिंह द्वारा बिना विलंब के दिन के दो बजे थाना राम जन्मभूमि में  प्राथमिकी पंजीकृत कराई गई थी घटना को पांच आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिया गया जिनका इरादा बाबरी मस्जिद विध्वंस का बदला लेने के लिए राम लला मंदिर को ध्वस्त करना था

पुलिस द्वारा लगाए गए आरोपों में आतंकवादियों पर 2 सम्प्रदायों के बीच शत्रुता बढ़ाने  साम्प्रदायिक सौहार्द को नष्ट करने तथा एक सम्प्रदाय विशेष की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का इरादा था हमला करने वाले पांचों आतंकवादियों ने रामलला परिसर की बेरीकेटिंग को विस्फोट कर उड़ा दिया था परिसर में तैनात सुरक्षा बलों ने मौके पर ही पांचों आतंकवादियों का मार गिराया था घटना मेे दो नागरिकों की भी मृत्यु हुई  सात लोग गंभीर रुप से घायल हुए थे

मारे गए आतंकवादियों से बरामद मोबाईल फोन के सिम की जाँच से घटना की साजिश रचने  आतंकवादियों को असलहे तथा वाहन उपलब्ध कराने में अभियुक्त आशिक इकबाल उर्फ फारुक, मो0 नसीम, मो0अजीज, शकील अहमद  डा इरफान का नाम प्रकाश में आया पुलिस ने इन्ही पांचाें अभियुक्तों के विरूद्ध आरोप लेटर न्यायालय में प्रेषित किया है

जिला कोर्ट फैजाबाद ने पांचों अभियुक्तों के विरूद्ध 19 अक्तूबर 2006 को आरोप तय किया गया था मुकदमे की पत्रावली आठ दिसंबर 2006 को उच्च न्यायालय के आदेश से सुनवाई के लिए जिला कोर्ट इलाहाबाद अंतरित होकर आई थी सुरक्षा कारणों से मुकदमें की सुनवाई नैनी कारागार परिसर में हो रही है पांचों अभियुक्तगण नैनी कारागार में बंद हैअभियोजन की ओर से 57 गवाहों सहित न्यायालय द्वारा तलब गवाहों को मिलाकर कुल 63 गवाह पेश किए गए हैं