अभी – अभी किसानों ने किया ये, दिल्ली के सभी बॉर्डर सील, बढ़ी तादाद में पुलिस

किसानों द्वारा चिल्ला बॉर्डर पर जाम लगाए जाने से लाखों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां किसानों ने जाम लगाया है, वहां से होकर प्रतिदिन लाखों की संख्या में लोग नोएडा में नौकरी करने आते-जाते हैं। चिल्ला बॉर्डर सीधे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे और आगरा एक्सप्रेस-वे को भी जोड़ता है।

ये बॉर्डर वाया गोलचक्कर डीएससी रोड को जोड़ता है। इससे मंगलवार शाम दिल्ली व नोएडा में करीब पांच किलोमीटर का लंबा जाम लग गया। वहीं, जाम से बचने के लिए पुलिस ने यात्रियों को नोएडा जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेने की सलाह दी है। उधर, टिकरी बॉर्डर, झारुडा बॉर्डर, झटीकरा बॉर्डर को बाकी यातायात आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। बडूसराय बार्डर केवल दो पहिया वाहनों के आवागमन के लिए खुला है।

कृषि कानून के विरोध में जारी आंदोलन में भाग लेने के लिए भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में मंगलवार शाम को सैकड़ों की संख्या में किसान चिल्ला बॉर्डर पर पहुंचे जहां दिल्ली पुलिस ने अवरोधक लगाकर उन्हें रोक दिया। किसान मुख्य मार्ग पर ही धरने पर बैठ गए हैं।

पंजाब-हरियाणा से आए किसानों ने सिंघू बॉर्डर पर डेरा जमाया हुआ है। दिल्ली में दाखिल होने वाले दो रास्ते सिंधु-टिकरी बॉर्डर पूरी तरह से सील हो चुके हैं। जिससे दिल्ली से हरियाणा जाने के लिए दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली से हरियाणा में धनसा, दौराला, कापसहेड़ा, राजोकरी एनएच-8, बिजवासन/बाजघेरा, पालम विहार और दुंदाहेरा बॉर्डर से जाया जा सकता है।

लामपुर, औचंडी समेत कई छोटे बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि किसानों के आंदोलन के चलते जिन बॉर्डर को बंद किया गया है, उसके अलावा बाकी रूट से आवागमन करें। सिंधु बॉर्डर के ट्रैफिक को मुकरबा चौके और जीटीके रोड की ओर डायवर्ट किया गया है।

किसान आंदोलन को देखते हुए आज उत्तर रेलवे ने भी कई ट्रेन रद्द कर दी है। पिछले 7 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई प्रदेशों के किसान दिल्ली कूच की तैयारी में है। इस वजह से दिल्ली के बॉर्डर बंद कर दिए गए हैं। बॉर्डर बंद होने के कारण लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।

राजधानी के सभी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है। किसान सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। सैंकडों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे हुए हैं।

जिससे दिल्ली आने-जाने वाले रास्ते बाधित हो गए हैं। किसानों द्वारा जाम की गई दिल्ली की सड़कों पर किसानों की तादाद बढ़ने वाली है, जिससे दिल्ली के लोगों की मुसीबतें भी बढ़ जाएंगी।