अधिक मास में करें ये काम, दूर होगी नकारत्मकता उर्जा

तुलसी के बारे में हिंदू मान्यताओं में बताया गया है कि हर घर के बाहर तुलसी का पौधा होना अनिवार्य है। इससे घर में पवित्रता बनी रहती है और नकारत्मकता दूर होती है।

 

जो व्यक्ति प्रतिदिन तुलसी का सेवन करता है, उसका शरीर अनेक चंद्रायण व्रतों के फल के समान पवित्रता प्राप्त कर लेता है।  जल में तुलसीदल (पत्ते) डालकर स्नान करना तीर्थों में स्नान कर पवित्र होने जैसा है और जो व्यक्ति ऐसा करता है वह सभी यज्ञों में बैठने का अधिकारी होता है।

अधिक मास में तुलसी मंत्र और विष्णु मंत्र ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:’ का जाप अवश्‍य करना चाहिए। माना जाता है कि घर के आंगन में तुलसी का पौधा हो तो घर का कलह और अशांति दूर होती है।

अत: हमें विशेष तौर पर प्रतिदिन तुलसी का पूजन अवश्य करना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि विशेषकर पुरुषोत्तम (अधिक) मास में तुलसी का पूजन करना बहुत ही पुण्य फलदायी माना गया है। इसीलिए हर व्यक्ति को अधिक मास में श्री नारायण, श्रीकृष्ण के साथ-साथ तुलसी का पूजन अवश्य ही करना चाहिए।

अधिक मास में उपयोगी है तुलसी का पूजन एवं सेवन, पढ़ें 10 महाउपायप्रतिदिन तुलसी का पूजन करना और पौधे में जल अर्पित करना हमारी प्राचीन परंपरा है। जिस घर में प्रतिदिन तुलसी की पूजा होती है, वहां सुख-समृद्धि, सौभाग्य बना रहता है। धन की कभी कोई कमी महसूस नहीं होती।