केंद्र गवर्नमेंट हमारे मछुआरों को सशक्त करने में जुटी है. हाल में ही राष्ट्र में मछलीपालन को फायदेमंद व्यवसाय बनाने के लिए 7 हज़ार करोड़ रुपए के एक विशेष फंड का प्रावधान किया गया है. इसके तहत मछुआरों को उचित दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है.
संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ‘केंद्र गवर्नमेंट अंडमान व निकोबार में रहने वाले हर नागरिक के लिए ज़िंदगी से जुड़ी हर व्यवस्था को सरल करने में जुटी है. सस्ता राशन हो, स्वच्छ पानी हो, गैस कनेक्शन हो, केरोसिन हो, हर सुविधा को सरल करने का कोशिश किया जा रहा है.‘
कार-निकोबार के युवा पारंपरिक रोज़गार के साथ-साथ आज शिक्षा, चिकित्सा व दूसरे कामों में भी आगे बढ़ रहे हैं. स्पोर्ट्स की स्किल तो यहां के युवा साथियों में रची-बसी है. कार-निकोबार फुटबॉल समेत अनेक खेलों में राष्ट्र के बेहतरीन स्पोर्टिंग टैलेंट के लिए भी मशहूर हो रहा है.
सुरक्षा के साथ-साथ कार-निकोबार में विकास की पंचधारा बहे, बच्चों को पढ़ाई, युवाओं को कमाई, बुजुर्गों को दवाई, किसानों को सिंचाई, जन-जन की सुनवाई, ये सभी सुविधाएं मिलें, इसके लिए भी कार्य किया जा रहा है.
ये राष्ट्र के विकास के लिए हमारी उस सोच का विस्तार है, जिसके मूल में इंफ्रास्ट्रक्चर है, कनेक्टिविटी है. सबका साथ, सबका विकास, यानि विकास से राष्ट्र का कोई नागरिक भी ना छूटे व कोई कोना भी अछूता ना रहे, इसी भावना का ये प्रकटीकरण है.
आपके पास प्रकृति का अद्भुत खजाना तो है ही, आपकी संस्कृति, परंपरा, कला व कौशल भी बेहतरीन है. थोड़ी देर पहले यहां पर जो नृत्य प्रस्तुत किया गया, बच्चों ने जो कला का प्रदर्शन किया, वो दिखाता है कि हिंदुस्तान की सांस्कृतिक संपन्नता हिंद महासागर जितनी ही विराट है.
पीएम ने कहा, मैं कल काशी में था व आज यहां विराट समंदर की गोद में आप सभी के बीच मौजूद हूं. मां गंगा अपनी पवित्रता से जिस प्रकार हिंदुस्तान के जन-मानस को आशीर्वाद देती रही है, उसी प्रकार ये सागर अनंत काल से मां-भारती के चरणों का वंदन कर रहा है, देश की सुरक्षा व सामर्थ्य को ऊर्जा दे रहा है.
पीएम का कार्यभार संभालने के बाद पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी निकोबार पहुंचे हैं. 2004 में आई सुनामी में मारे गए लोगों को उन्होंने श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी उस जगह पर भी जाएंगे जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने झंडा फहराया था.