जहां हिंदुस्तान में #MeToo कैंपेन से बॉलीवुड के कई काले हकीकत सामने आए हैं, वहीं बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान को लगता है कि किसी में उनके परिवार के सदस्यों से गलत हरकत करने की हिम्मत नहीं है। सैफ की बेटी सारा अली खान बॉलीवुड में पदार्पण करने वाली हैं।
सैफ ने बताया, “सामाजिक संरचना बहुत असमान है। मुझे नहीं लगता कि कोई मेरे परिवार से गलत हरकत नहीं कर सकता। मुझे नहीं पता कि मैं ऐसा क्यों सोचता हूं, लेकिन चाहे मेरी मां हो, बहन हो या पत्नी हो, मुझे लगता है कि लोगों में उनके साथ ऐसा करने की हिम्मत नहीं है। ऐसा शायद इसलिए है, क्योंकि उनके आस-पास पर्याप्त सुरक्षा है। इसलिए हमें ऐसी स्त्रियों की सुरक्षा करनी चाहिए, जिनके आस-पास न सुरक्षा हो या न उन्हें सुरक्षा देने वाली आभा। हमें गम्भीर स्त्रियों के लिए सुरक्षित जगह बनाना होगा। ”
48 वर्ष के एक्टर ने लोगों से लोगों से सभी को सम्मान देने का आग्रह किया। उन्होंने बोला कि ज़िंदगी में एक-दूसरे से गालियां लेने के अतिरिक्त भी बहुत कुछ है।
सैफ ने कहा, “हम ऐसी स्थिति में आ गए हैं, जब महिलाएं तत्काल शिकायत करने के लिए खुद को सुरक्षित महसूस करने लगी हैं व घटनाओं को गंभीरता से लेने लगी हैं। उम्मीद है कि ‘मीटू’ कैंपेन भविष्य में भी रहेगा व निष्क्रिय नहीं होगा, क्योंकि इससे सभी के लिए एक सहज माहौल तैयार होगा। ”
‘दिल चाहता है’ के एक्टर ने ‘मीटू’ कैंपेन के अतिरिक्त हिंदुस्तान में सेलीब्रिटी की फोटोज़ लेने के बढ़ते चलन पर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए बोला कि लोगों को उनके दो वर्ष के बेटे तैमूर अली खान में क्या दिलचस्पी हो सकती है।
उन्होंने कहा, “तैमूर पर मीडिया का लगातार ध्यान वास्तव में मुझे परेशान नहीं करता। अगर मीडिया इसे पसंद करता है, लोग इसे पसंद करते हैं, तो मुझे कोई कठिनाई नहीं है, लेकिन मैं किसी व के बच्चे में इतनी दिलचस्पी कभी नहीं लेता। ”
सैफ ‘हम तुम’, ‘कल हो ना हो’, ‘सलाम नमस्ते’, ‘ओमकारा’ व ‘रेस’ जैसी फिल्मों में कार्य कर चुके हैं। बाद में उन्होंने ‘हैप्पी एंडिंग’, ‘रंगून’, ‘शेफ’ व ‘कालाकांडी’ जैसी फिल्में भी कीं।
इसके बाद सैफ ने वेब सीरीज ‘सेक्रेड गेम्स’ में एक पुलिस ऑफिसर के भूमिका में दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। सैफ ने अपनी हालिया रिलीज फिल्म ‘बाजार’ में एक गुजराती व्यापारी का भूमिका निभाया है।