भारत के पास निशानेबाज सौरभ चौधरी ने हाल में अर्जेंटीना में युवा ओलंपिक खेलों में जिस पिस्टल से स्वर्ण पदक जीता था, उसे स्विट्जरलैंड स्थित ओलंपिक संग्रहालय को दान में दे दिया। जूनियर निशानेबाजों के राष्ट्रीय कोच जसपाल राणा ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सौरभ ने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अनुरोध पर यह पिस्टल दान में दे दी।
राणा ने शुक्रवार को कहा, ‘‘अर्जेंटीना में आईओसी स्टाफ ने अनुरोध किया था कि सौरभ अपनी पिस्टल को स्विट्जरलैंड के लुसाने स्थित ओलंपिक मुख्यालय में रखने के लिए दान कर दें। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह खुश था कि उसकी पिस्टल ओलंपिक संग्रहालय का भाग बनेगी। ’’
गोल्ड मेडल हासिल किया था सौरभ ने
सोलह वर्षीय सौरभ ने 10 अक्टूबर को युवा ओलंपिक खेलों में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया था। उन्होंने 244.2 अंक से शीर्ष जगह सुनिश्चित किया था।सौरभ ने आठ निशानेबाजों के बीच चले फाइनल में दस व इससे अधिक के 18 स्कोर बनाए थे। एशियाई खेल व जूनियर आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप के गोल्ड मेडल विजेता चौधरी क्वालीफाईंग में 580 अंक लेकर शीर्ष पर रहे थे।
उससे पहले आईएसएसएफ शूटिंग विश्व चैम्पियनशिप में भी सौरभ चौधरी ने 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की थी। सौरभ ने इस प्रतियोगिता में 245.5 अंक हासिल करते हुए खुद का ही वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा था जो उन्होंने इसी वर्ष जून में बनाया था।
गांव के मेलों से प्रारम्भ की थी निशानेबाजी की शुरुआत
सौरभ ने अपनी निशानेबाजी की शरुआत गांव के मेले में गुब्बारे पर निशाना साधने से की थी। वे उस समय भी एक दिन ओलंपिक निशानेबाजी में छाने का सपना देखा करते थे। सौरभ कंधे पर एयर रायफल लटकाए जब नीले, पीले व लाल रंग के गुब्बारों पर निशॉना साधते थे, उन्हें लगता था कि वे अभिनव बिंद्रा हैं। इसके बाद सौरभ रात-दिन निशानेबाजी करने लगे व अंतर विद्यालय वअंतर राज्यीय प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने लगे। उनका यह शौक धीरे धीरे जुनून में बदल गया व एक दिन वह राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में खेलने लगे।
किसान पिता के बेटे हैं सौरभ
उनके किसान पिता जगमोहन सिंह ने (जिनके पास गांव में 20 एकड़ जमीन है) बेटे की अद्वितीय प्रतिभा को देखते हुए उसके लिए घर पर ही एक शूटिंग रेंज बना दी। स्कूल में पढ़ने वाले सौरभ ने घर की शूटिंग रेंज व यूपी में अपने गांव से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित बागपत में राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज अमित शेरॉन की अकादमी में अपने कौशल को निखारा।