
अब प्रक्रिया के तहत इनका वारंट जारी किया जाएगा. फिर इन्हें सुप्रीम न्यायालय के जज के तौर पर शपथ दिलाई जाएगी. कॉलेजियम कार्यवाही के जानकारों के मुताबिक, गुजरात उच्च कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सुभाष रेड्डी, मध्य प्रदेश उच्च कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता, पटना उच्च कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एम। आर। शाह व त्रिपुरा उच्च कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अजय रस्तोगी की पदोन्नति की सिफारिश सर्वसम्मति से गई थी.
बता दें कि सुप्रीम न्यायालय में इस वर्ष के अंत तक दो जजों की सीटें खाली हो रही हैं. जस्टिस कुरियन जोसेफ अगले महीने नवंबर में व जस्टिस एम। बी। लोकुर दिसंबर में सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इसके अतिरिक्त जस्टिस ए। के। सीकरी भी अगले वर्ष मार्च में रिटायर हो जाएंगे, जिसके बाद सुप्रीम न्यायालय में जजों की संख्या घटकर 21 हो जाएगी, लेकिन चार नए जजों के आने के बाद ये संख्या फिर से बढ़ जाएगी.
बताते चलें कि सुप्रीम न्यायालय में जजों के कुल 31 पद स्वीकृत हैं, लेकिन अभी भी सर्वोच्च कोर्ट में जजों की संख्या कम है. इससे पहले अगस्त महीने में ही सुप्रीम न्यायालय में जस्टिस इंदिरा बनर्जी, जस्टिस विनीत सरण व जस्टिस के। एम। जोसेफ को नियुक्त किया गया था.
कौन हैं सुप्रीम न्यायालय में नियुक्त होने वाले ये चारों जज
जस्टिस सुभाष रेड्डी
तेलंगाना के मेडक जिले के रहने वाले जस्टिस सुभाष रेड्डी किसानों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने अपने करियर की आरंभ एक एडवोकेट के रूप में की थी. वर्ष 2002 में उन्हें उच्च कोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. वो वर्ष 2016 तक हैदराबाद उच्च कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में कार्यरत रहे. फिल्हाल वो गुजरात उच्च कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं.