
1. वे 1934 में इंडियन राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के बाएं विंग कांग्रेस पार्टी सोशलिस्ट पार्टी (सीएसपी) में शामिल हो गए थे। इसी साल सीएसपी की स्थापना भी हुई थी, यहां लोहिया कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में कार्य करते थे व साप्ताहिक पत्रिका भी संपादित करते थे।
2. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रॉयल सेना में हिंदुस्तानियों के नामांकन के विरूद्ध उनके जोरदार विरोध प्रदर्शन के कारण उन्हें 1939 में व फिर 1940 में कारागार जाना पड़ा।
3. महात्मा गांधी के हिंदुस्तान छोड़ो आंदोलन केआह्वान के दौरान, लोहिया व जयप्रकाश नारायण समेत उनके साथी सीएसपी सदस्यों ने चुपके से प्रतिरोध बढ़ाया व इसके लिए उन्हें 1944 में फिर कारागार में जाना पड़ा।
4. आजादी के बाद, लोहिया ने कृषि समस्याओं वाले किसानों की सहायता के लिए हिंद किसान पंचायत नामक एक संगठन की स्थापना भी की।
5. स्वतंत्रता के बाद लोहिया ने हिंदी को हिंदुस्तान की आधिकारिक भाषा बना दी। उन्होंने बोला था, “अंग्रेजी का उपयोग मूल सोच, न्यूनता भावनाओं के प्रजननकर्ता व शिक्षित वअशिक्षित जनता के बीच एक बाधा है। आइए, हम हिंदी को अपनी मूल महिमा में बहाल करने के लिए एकजुट हों”