भारत और पाकिस्तान के बीच बीते महीने जारी तनाव नियंत्रण से बाहर

भारत और पाकिस्तान के बीच बीते महीने जारी तनाव नियंत्रण से बाहर हो गया था, जिससे दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन के मध्यस्थता करने से ये बड़ा खतरा टल गया। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले पांच सूत्रों ने ये बात कही है।

पश्चिमी राजनयिकों और इस्लामाबाद, दिल्ली एवं वाशिंगटन के सरकारी सूत्रों का कहना है कि एक समय पर भारत ने पाकिस्तान को छह मिसाइल दागने की धमकी दी थी, इसपर इस्लामाबाद ने कहा था कि वह भारत की एक मिसाइल का जवाब तीन मिसाइल से देगा।

जिस तरह से दो परमाणु देशों के बीच तनाव बढ़कर युद्ध की स्थिति तक पहुंच रहा था, उससे साफ पता चल रहा था कि कश्मीर दुनिया में अभी भी एक खतरनाक मुद्दा बना हुआ है। ये भी साफ नहीं है कि मिसाइल में और भी हथियारों को शामिल करने की बात थी या नहीं लेकिन उन्होंने वाशिंगटन, बीजिंग और लंदन में आधिकारिक हलकों में अड़चन पैदा जरूर कर दी थी।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सारे घटनाक्रमों को एक साथ जोड़ा जिससे पता चला कि 2008 के बाद से ये दक्षिण एशिया में आया सबसे गंभीर सैन्य संकट था। पुलवामा हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों पर हवाई हमले किए। इसके अगले दिन पाकिस्तान ने भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर दिया। जिसके बाद तनाव और भी बढ़ गया।

27 फरवीर को पाकिस्तान के लड़ाकू विमान भारतीय सीमा में आ गए थे। जिसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान का एफ-16 लड़ाकू विमान गिरा दिया। पाकिस्तान का एफ-16 लड़ाकू विमान भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने गिराया था।