उनके पास लकड़ी के तख्त थे और वह मेरी मां को दहनी बुला रहे थे। उन्होंने मेरी मां के सिर पर प्रहार किया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हमलावरों ने उनकी मां पर चार साल के बच्चे की मौत का आरोप लगाया। बच्चे को कई हफ्तों से बुखार था।’
बाद में पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिन पुरुषों ने नथी की हत्या की उन्होंने स्थानीय बाजार में सुना थी कि वह काला जादू करती है और उसका शैतानी षड्यंत्र बच्चे को मार देगा।
मुंडा ने आगे कहा, ‘मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्यों मेरी मां पर शक किया कि वह एक चुड़ैल है। हम उस छोटे बच्चे के परिवार को ठीक तरह से जानते भी नहीं थे। सभी आरोपियों को दो हफ्तों के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया। वह सभी इस समय जेल में हैं।’
कुछ दिनों बाद क्योंझर जिले की ही कुमुदिनी बरीक को भी चुड़ैल बताकर हमला किया गया था। उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि एक दिन उन लोगों के लिए इमारत बनाई जाएगी जिन्हें चुड़ैल बताकर मार दिया जाता है।
ओडिशा सरकार ने क्योंझर जिला पुलिस में एक कैंपस बनाया है। जिला पुलिस लोगों को संवेदनशील बनाने की कोशिश कर रही है। जिले के पुलिस अधीक्षक जय नारायण पंकज ने इस इमारत को बनाने का सपना देखा था। उनका कहना है कि चुड़ैल बताकर लोगों की हत्या करना बंद होना चाहिए।
जय नारायण ने कहा, ‘हमें अंधे और अनुचित विश्वास के प्रति लोगों की धारणा को बदलना होगा और पीड़ितों और उनके परिवारों को गरिमा प्रदान करना चाहिए जिन्हें अक्सर समाज द्वारा अपमानित किया जाता है।’