
गोम्स ने लेफ्ट व राइट दोनों चरमपंथियों के आतंकवाद पर व्यापक रिपोर्ट्स की हैं. गोम्स का कहना है कि उन्हें नहीं मालूम की हमलावरों ने किस कारण उनपर हमला किया था. पुलिस का कहना है कि हमला पत्रकार के घर के बाहर प्रातः काल के 1.30 बजे हुआ. गोम्स ने कहा, ‘पहले उन्होंने मेरे दोस्त को टैक्सी से बाहर निकाला व जब मैं बाहर निकला तो गाली दी वफिर मुझे पिटने लगे. वह मराठी में कुछ कह रहे थे लेकिन शराब के नशे में नहीं लग रहे थे. वह मेरा इंतजार कर रहे थे.‘
गोम्स ने बताया कि उनकी कठिनाई पुलिस थाने पहुंचने पर भी समाप्त नहीं हुई. जब वह व उनके दोस्त थाने पहुंचे तो एक ऑफिसर ने बोला कि क्या तुम्हारे पास पिटाई का सबूत है.हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए बोला कि गोम्स एक व्यक्तिगत अस्पताल जाना चाहते थे. इसलिए पुलिस ऑफिसर उन्हें भाटिया अस्पताल लेकर गए. गमदेवी पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरूद्ध पिटाई का मामला दर्ज कर लिया था. गोम्स ने बताया कि उन्होंने मुंबई पुलिस व CM देवेंद्र फणनवीस को ट्वीट करके अपने साथ घटित हुई घटना के बारे में बताया था, जिन्होंने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया.