आयुष्मान हिंदुस्तान से हॉस्पिटल सेक्टर में आएगी तेजी : इक्रा

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आरोप लगाया कि यूपीए के एक वरिष्ठ मंत्री ने आधार के विचार का विरोध किया. इसके बाद इसे रोक दिया गया था. नंदल नीलेकणि के विचार पर यूपीए बंटा हुआ था. पीएम भी फैसला नहीं ले पा रहे थे. नामांकन जारी रहा, लेकिन गति बहुत ज्यादा धीमी थी. नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद ही इसका कार्य आगे बढ़ा.

जेटली ने ‘आधार के फायदा – आज यह कहां है’ शीर्षक से लिखे पोस्ट में आधार की सफलता के लिए दो लोगों की तारीफ की. उन्होंने बोला कि नंदन नीलेकणि ने इसे प्रारम्भ किया. बाद में डॉ अजय भूषण पांडे ने इसे दिशा दी  इसका विस्तार किया. उन्होंने बोला कि इनकम टैक्स विभाग ने 21 करोड़ पैन कार्ड धारकों को उनके आधार नंबर के साथ जोड़ा है.

अब तक कुल 2,579 करोड़ प्रमाणीकरण किए गए हैं  प्रति दिन 2.7 करोड़ प्रमाणीकरण किए जाते हैं. यूआईडीएआई के पास रोजाना 10 करोड़ प्रमाणीकरण की क्षमता है. 15 दिसंबर, 2018 तक 63.52 करोड़ बैंक खाते आधार से जुड़े हैं. जेटली ने दावा किया आधार के कारण हुई बचत से आयुष्मान हिंदुस्तान जैसी तीन योजनाएं चलाई जा सकती हैं.

नयी दिल्ली. कई नियामकीय प्रतिबंधों के कारण पिछले दो साल से मंद पड़े हॉस्पिटल सेक्टर में आयुष्मान हिंदुस्तान जैसी योजना से तेजी आएगी. इक्रा ने अपनी रिपोर्ट में बोला है कि इस योजना से उपचार कराने वाले मरीजों की संख्या बढ़ेगी  अस्पतालों के राजस्व में 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होगी. रिपोर्ट के मुताबिक, GST  दवा मूल्य नियंत्रण प्राधिकरण जैसे नियामकीय सुधारों से एरिया का मुनाफा बहुत ज्यादा गिर गया था.