ट्रंप की धमकी- होश में नहीं रूस और चीन

बढ़ते हथियारों के इस दौर में अमेरिका ने तय कर लिया है कि अब वे अपने परमाणु हथियारों की संख्या में इजाफा करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर दूसरे देश नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो उन्हें भी न्यूक्लियर हथियार बनाने पड़ेंगे। रूस और चीन पर दबाव बनाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह चेतावनी दी है। इससे पहले पिछले सप्ताह ट्रंप ने 1987 में सोवियत संघ के साथ हुई न्यूक्लियर डील से हटने का ऐलान किया था।Related image

हम बनाएंगे परमाणु हथियार .

व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘हम यह (परमाणु हथियार) बनाएंगे। जब तक कि लोग समझ नहीं आता कि- रूस ने समझौते का पालन नहीं किया है। यह बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। हमारे पास किसी अन्य देश की तुलना में ज्यादा पैसा है और हम तब बनाएंगे जब तक कि लोगों (देश) को समझ नहीं आ जाता।’ ट्रंप ने आगे कहा कि जब वे परमाणु हथियार बनाना रोक देंगे, तब हम भी बंद कर देंगे। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भी परमाणु हथियार को रोकना चाह रहा है, लेकिन दूसरे देश इसका पालन बिल्कुल नहीं कर रहे हैं।

रूस और चीन खेल रहे हमारे साथ गेम

रूस पर संधि का पालन नहीं करने का आरोप लगा रहे ट्रंप ने कहा कि वे भी अब परमाणु हथियारों की संख्या में इजाफा करेंगे। ट्रंप ने कहा कि रूस और चीन दोनों मिलकर नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं और हमारे साथ गेम खेल रहे हैं। ट्रंप ने कहा रूस और चीन जैसे देश किसी के लिए खतरा साबित हो रहे हैं और वे अमेरिका के साथ बिल्कुल गेम नहीं खेल सकते। रूस ने संधि के उल्लंघन के आरोपों को निराधार बताया है।

ट्रंप किस संधि की बात कर रहे हैं?

शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ और अमेरिका जैसी दो शक्तियों के बीच 1987 में मध्यम दूरी परमाणु शक्ति संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर होना पडा था। इस संधि में यह तय हुआ था कि जमीन से बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें 300 एवम् 3,400 मील की रेंज तक टेस्ट नहीं होनी चाहिए। इस संधि ने अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों को सुरक्षा का एक कवच प्रदान करने तथा शीत युद्ध के दौरान हथियारों की दौड़ के दो केंद्र को सीमित करने का प्रयास किया। अब ट्रंप रूस के साथ हुई परमाणु संधि खत्म करने की योजना बना रहे हैं।