लखनऊ में हुए विवेक तिवारी हत्याकांड के मामले में सिपाही प्रशांत चौधरी के समर्थन में एक बार फिर पुलिस के सिपाहियों के विरोध प्रदर्शन की खबरें आईं। बुधवार सुबह प्रदेश के लखीमपुर खीरी के थानों की मेस बन्द कर सिपाहियों के उपवास की खबरें उड़ने लगीं। मेस बन्द होने और सिपाहियों के खाना ना खाने की सूचना के बाद पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में थानों की मेस खुलवाई गई और वहां नाश्ता तैयार कराया गया। हालांकि एएसपी घनश्याम चौरसिया ने इसे मात्र के अफवाह बताया। उन्होंने कहा- सिपाही कोई विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। नवरात्र का पहला दिन की वजह से ज्यादातर पुलिस कर्मी उपवास पर थे। इस वजह से यह गलतफहमी हुई होगी।
बता दें कि विवेक तिवारी की हत्या के बाद आरोपी सिपाही प्रशांत के समर्थन में कई पुलिसवाले उतर आए थे। पिछले दिनों सिपाहियों ने बांह में काली पट्टी बांध कर कई थानों के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद अफवाह उड़ी थी कि बुधवार को फिर से पुलिस के सिपाही विरोध दिवस मनाएंगे। इसके बाद बुधवार की सुबह यह खबरें आ गईं कि प्रशांत चौधरी के समर्थन में सिपाही अनशन कर रहे हैं। उन्होंने थाने की मेस से भोजन नहीं लिया। खीरी में मोहम्मदी, फूलबेहड़ थाने में बन्द मेस की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं। यह जानकारी जैसे ही पुलिस महकमे को लगी, हड़कम्प मच गया। आनन फानन में पुलिस थानों की मेस खुलवाई गई। एएसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया कि सिपाहियों के उपवास की खबरें फर्जी हैं। बताया गया कि नवरात्र के पहले दिन की वजह से ज्यादातर सिपाही व्रत हैं। इस वजह से यह गलतफहमी हो गयी थी। इसे दूर करने के लिए सभी मेस खुलवा दी गई हैं।