बॉलीवुड के मशहूर एक्टर आर। माधवन जल्द ही फिल्म ‘रॉकेट्री- द नंबी इफेक्ट’ में नजर आएंगे। हाल ही में माधवन ने एक ऐसा बयान दें दिया जिसके बाद हर कहीं बस उनकी ही चर्चां हो रहीं हैं। माधवन का मानना है कि महान वैज्ञानिक नंबी नारायणन के बारे नहीं जानना क्राइम है। बुधवार को माधवन ने मुंबई में फिल्म ‘रॉकेट्री- द नंबी इफेक्ट’ के टीजर रिलीज के दौरान यह बात कही। इस दौरान उनके साथ फिल्म के सहनिर्देशक अनंत महादेवन व इसरो के पूर्व वैज्ञानिक एस। नंबी महादेवन भी मौजूद थे।
आपको बता दें कि ‘रॉकेट्री- द नंबी इफेक्ट’ वैज्ञानिक नंबी नारायणन के ज़िंदगी पर आधारित है, जो इसरो के वरिष्ठ ऑफिसर हैं। नंबी नारायणन पर वर्ष 1994 में जासूसी के झूठे आरोप लगे थे व उन्हें अरैस्ट कर लिया गया था लेकिन बाद में उन पर लगे आरोप गलत साबित हुए। इस फिल्म के बारे में माधवन ने मीडिया से वार्ता के दौरान बोला कि, “यह फिल्म मेरे लिए जुनून बन गई है। तीन वर्ष पहले अनंत महादेवन ने नंबी नारायणन की कहानी सुनाई। मुझे लगा कि यह उस आदमी की कहानी है, जिसके साथ अन्याय हुआ, उसे झूठे आरोपों में कारागार भेजा गया था। इसके बाद मैंने इस पर लिखना प्रारम्भ कर दिया व मुझे इस स्क्रिप्ट को लिखने में सात महीने लगे। ‘
माधवन ने अपनी वार्ता में आगे बोला कि, ”फिल्म को लेकर जब मैं उनसे मिला तो उन्होंने कभी भी अपनी उपलब्धियों के बारे में नहीं की लेकिन जब मैंने उनसे इस बारे में जानना चाहा तो मुझे अहसास हुआ कि मैं इस स्क्रिप्ट के साथ अन्याय कर रहा हूं क्योंकि मैंने फिल्म की स्क्रिप्ट में उनके केस के बारे में ही लिखा था। इसलिए जिस स्क्रिप्ट पर मैंने सात महीने लगाए थे, मैंने उसे फेंक दिया व मुझे अनंत महादेवन व अन्य राइटर्स के साथ मिलकर इस फिल्म की स्क्रिप्ट लिखने में डेढ़ वर्ष लगे। ”
माधवन ने अंत में कहा, ”मुझे यकीन है कि राष्ट्र के 95 प्रतिशत लोगों को नंबी नारायणन के बारे में पता नहीं होगा, जो मुझे लगता है कि क्राइम है व जो पांच प्रतिशत लोग उनके बारे में जानते हैं, वे उनकी पूरी कहानी नहीं जानते। ” आपकी जानकारी के लिए बताते चलें फिल्म ‘रॉकेट्री – द नंबी इफेक्ट’ अगले वर्ष हिदी, अंग्रेजी व तमिल तीन भाषा में रिलीज होगी।