पिछले दिनों ब्रह्मोस मिसाइल से संबंधित अहम जानकारियां भारत में ही मौजूद कुछ गद्दारों की वजह से लीक होने की खबरें आईं। सामने आया कि भारतीय सेना से जुड़े कुछ लोग इस अहम मिसाइल की जानकारी दूसरे देशों को दे रहे थे। इस सब के बाद अब खबर है कि चीन ने भी अपने यहां एक ब्रह्मोस जैसी मिसाइल बना ली है। हालांकि चीन ने दावा किया है कि यह मिसाइल भारत के ब्रह्मोस से भी ज्यादा शक्तिशाली है। चीन की एक खनन कंपनी ने सोमवार को सुपरसोनिक मिसाइल एचडी-1 का उत्तरी चीन में सफल परीक्षण किया है। हालांकि चीन के ऐसी मिसाइल परीक्षण की खबरें उस समय आई हैं जब नागपुर से ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंजीनियर और मेरठ छावनी में सिग्नल कोर में तैनात एक जवान के ब्रह्मोस से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
मिसाइल विकसित करने में 18.8 करोड़ डॉलर का खर्च
बता दें कि चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स में दक्षिण चीन की ग्वांग डांग होंग्दा ब्लास्टिंग कंपनी के हवाले से इस मिसाइल के परीक्षण की बात लिखी है। खबर में बताया गया है कि इस मिसाइल का परीक्षण अपने मानकों पर पूरी तरह खरा उतरा है, जिसे विकसित करने में 18.8 करोड़ डालर का खर्च आया है। इतना ही नहीं चीन ने दावा किया है कि यह भारत की ब्रह्मोस मिसाइल से भी ज्यादा शक्तिशाली है। चीन द्वारा विकसित की गई इस मिसाइल की कीमत जहां कम है, वहीं उसकी मारक क्षमता भी ज्यादा है।
पाकिस्तान ले सकता है चीन से तकनीक
चीन के सैन्य विश्लेषक वेई डोंग्झू का कहना है कि चीन की इस मिसाइल की क्षमता और उसकी लागत को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान भी इसकी और आकर्षित होकर तकनीक लेने में रूचि दिखा सकता है। जहां भारत ने रूस के साथ मिलकर ब्रह्मोस मिसाइल को बनाया है, वहीं पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर ऐसी मिसाइल पा सकता है।
जवान ने दी ब्रह्मोस की जानकारी!
बता दें कि मंगलवार को यूपी की मेरठ छावनी से एक जवान को गिरफ्तार किया गया है जो सेना की सिग्नल कोर में तैनात था। उसके पास से कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो वह व्हाट्स एप के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लोगों को देता था। वह लगातार पाकिस्तानी सेना के संपर्क में बना हुआ था। इस जवान पर भी आरोप लगे है कि इसने ब्रह्मोस से जुड़ी अहम जानकारी पाकिस्तान को बेची है। हालांकि इससे पहले नागपुर से आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंजीनियर निशांत को गिरफ्तार किया गया था। निशान पर भी आरोप लगे है कि उसने भारत की इस ताकतवर मिसाइल से जुड़ी अहम जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को बेची थी।