भारत की यात्रा पर आये अर्जेन्टीना के राष्ट्रपति मारिस्यो माक्री के साथ शिष्टमंडल स्तर की बातचीत के बाद संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में श्री मोदी ने कहा कि वह और श्री माक्री इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि समूची दुनिया को आतंकवाद तथा इसके समर्थकों के खिलाफ एकजुट होने और कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।
पुलवामा हमले के बाद देश भर से सीमा पार कड़ी कार्रवाई करने की मांग के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इसका ठोस संकेत देते हुए कहा कि इस हमले के बाद बातचीत का समय बीत चुका है।
दोनों देशों ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए विशेष घोषणा में विश्व समुदाय द्वारा आतंकवाद के खिलाफ संगठित कार्रवाई करने की जरूरत पर बल दिया। दोनों ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादी कृत्यों को किसी भी आधार पर सही नहीं ठहराया जा सकता। पांच बिन्दुओं वाली विशेष घोषणा में दोनों नेताओं ने जोर दिया है कि आतंकवाद का पूरी दृढता और संकल्प के साथ मुकाबला करना होगा।
उन्होंने सभी तरह के आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी और कहा कि आतंकवादियों , आतंकी संगठनों , उनके नेटवर्कों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ कड़े कदम उठाये जाने चाहिए। इस बात पर भी जोर दिया गया कि यह सुनिश्चित होना चाहिए कि आतंकवादी संगठनों की पहुंच जनसंहार के हथियारों , उनकी प्रौद्योगिकी या इसके लिए धन तक नहीं होनी चाहिए।