अक्सर शादीशुदा कपल्स यह दर्शाने की कोशिश करते हैं कि उनके पार्टनर की बीती जिदंगी में चाहे जितने भी अफेयर क्यों न रहे हों, सेक्स लाइफ को बेशक कितनी बार ही क्यों न इंज्वॉय किया हो, इससे उन्हें कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। पर सच पूछिए तो ऐसा हकीकत में होता नहीं है। अधिकतर लोग इस बारे में जानने के लिए इच्छुक रहते हैं। समाज में आज भी लोगों के लिए सेक्स को टैबू की तरह देखा जाता है। ज्यादातर लोग इसके बारे में बात करने से कतराते हैं। हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अधिकतर पुरुष अपने पिछले सेक्सुअल एनकाउंटर्स के बारे में डींगें हांकते हैं और इस संबंध में बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं। यह अध्ययन यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लैसगो में
किया गया।
यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लैसगो के शोधकर्ताओं ने महिलाओं और पुरुषों के बीच एक अध्ययन किया। उनके द्वारा जितने एक्स पार्टनर्स होने का दावा किया गया था, उनमें अंतर पाया गया। इस अध्ययन के दौरान ही कई हैरान करने वाले नतीजे सामने आए। रिसर्चर्ज की टीम ने नैशनल सर्वे ऑफ सेक्शुअल ऐटिट्यूड ऐंड लाइफस्टाइल के कंपाइल्ड डेटा की स्टडी की। इस सैंपल सर्वे में यूके के 15 हजार 162 प्रतिभागी शामिल थे। इस डेटा की जांच करने के बाद जो नतीजे सामने आए उसके मुताबिक सर्वे में शामिल औसत महिलाओं के 7 एक्स पार्टनर्स थे जबकि औसत पुरुषों के 14 थे।
महिलाओं और पुरुषों के एक्स पार्टनर्स की संख्या में दोगुने का अंतर था जिसके बाद इस स्टडी में इस अंतर की वजह की खोज की गई। इसी दौरान इस बात का पता चला कि अक्सर पुरुष अपने पिछले अफेयर्स और सेक्शुअल एन्काउंटर्स के बारे में झूठ बोलते हैं और एक्स पार्टनर्स की संख्या के बारे में बढ़ा चढ़ाकर बताते हैं। दूसरे कारणों की बात करें तो महिलाओं ने एग्जैट नंबर सिर्फ इसलिए बता दिया क्योंकि उन्हें अपने पिछले पार्टनर्स याद रहते हैं जबकि पुरुष इन बातों को कैजुअली लेते हैं और अनिश्चित या संदिग्ध जवाब देते हैं। साथ ही इसकी वजह यह भी है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में कैजुअल रिलेशनशिप के लिए कम ही तैयार होती हैं।