केरल के कोच्चि में मंगलवार को निपाह वायरस दस्तक दे चुका है. यहां एक 23 वर्ष का इंजीनियरिंग स्नातक विद्यार्थी इस खतरनाक वायरस से संक्रमित पाया गया. उसके दो दोस्तों व उनका उपचार करने वाली दो नर्सों को अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है.
केरल के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से बोला है कि वह घबराएं नहीं. प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने 311 लोगों को चिकित्सक की निगरानी में रखा गया है.
कोच्चि में बहुत से लोग चेहरे पर मास्क लगाए व दस्ताने पहने हुए दिखाई दे रहे हैं. हालांकि केरल सरकार ने लोगों से ऐसा करने के लिए नहीं बोला है. कई मेडिकल स्टोर्स पर चेहरे पर लगाने वाले मास्क व दस्तानों की बिक्री में वृद्धि पंजीकृत की गई है. डॉक्टरों का बोलना है कि इस बार प्रदेश ने स्थिति से निपटने के लिए एक प्रोटोकॉल बनाया गया है.
कोझिकोड में बेबी मेमोरियल अस्पताल की क्रिटिकल देखभाल इकाई के प्रमुख एएस अनूप कुमार ने कहा, ‘पहले केस की पुष्टि होने से पहले वायरस के सम्पर्क में रहने वाले लोगों की सूची को ट्रैक किया गया था. जिन इलाकों में युवा रहते हैं या आते-जाते हैं वहां से दूसरे केस की सूचना नहीं मिली है. इसी अस्पताल में पहला मुद्दा पंजीकृत हुआ था. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का बोलना है कि वायरस के स्रोत की पुष्टि करना कठिन है क्योंकि मरीज पिछले 20 दिनों में केरल के तीन जिलों की यात्रा कर चुके थे.‘
अधिकारियों ने उन तीन क्षेत्रों को स्कैन किया जहां पीड़ित ठहरे थे लेकिन उन्हें वहां फल वाले चमगादड़ या सुअर नहीं मिले. यह दोनों ही वायरस के मुख्य वाहक हैं. स्वास्थ्य विभाग ने एक दिशा-निर्देश जारी करते हुए लोगों को पक्षियों के जूठे फल जैसे कि आम, अमरूद व चिकू न खाने को बोला है. वायरस के कारण फलों के निर्यातक बुरी तरह प्रभावित हुए हैं व उन्हें भय है कि कई देश केरल के फलों पर प्रतिबंध लगा सकते हैं.