भाजपा से कांग्रेस में शामिल पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल को लगा बड़ा झटका , जानें क्या है मामला

कोतवाली बाजपुर में पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य एवं उनके पुत्र संजीव आर्य समेत 24 लोगों पर विभिन्न धाराओं में मुकद्मा दर्ज कर लिया गया है। इन लोगों पर शिकायतकर्ता से गाली गलौच करने, मारपीट करने तथा उसको जान से मारने की धमकी देने से संबंधित धारायें लगाई गई हैं।

बीते शनिवार को कुलविंदर सिंह किंदा समर्थकों तथा यशपाल आर्य समर्थकों के बीच हुई धक्कामुक्की, मारपीट के बाद कुलविंदर सिंह किंदा गुट के ग्राम भीकमपुरी निवासी सुखमीत सिंह पुत्र मुख्तियार सिंह ने भी पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, पूर्व विधायक संजीव आर्य, हरेंद्र सिंह लाडी समेत 24 लोगों के खिलाफ उसके साथ मारपीट, गाली गलौच करने, जान से मारने की धमकी देने तथा उसकी पगड़ी उतार बेअदबी करने का आरोप लगाया था।

कोतवाली पुलिस ने इसी तहरीर के आधार पर पूर्व मंत्री यशपाल आर्य, संजीव आर्य, हरेंद्र सिंह लाडी समेत 24 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 147, 323, 504, 506 के तहत् मामला दर्ज कर लिया है। उधर यशपाल आर्य समेत अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मुकद्मा दर्ज होने के बाद सियासत गर्मा गई है।

यशपाल आर्य अपने बेटे संजीव आर्य एवं समर्थकों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहंुचने ही वाले थे कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा व उनके समर्थकों ने हल्द्वानी रोड स्थित लेवड़ा पुलि के पास उनका विरोध शुरू कर दिया।

जिसमें किंदा समर्थक व आर्य समर्थक आपस में भिड़ गये थे। मंत्री ने य आरोप लगाया था कि किंदा व समर्थकों ने भाजपा सरकार की शह पर उनके काफिले पर जानलेवा हमला कराया है। यशपाल आर्य की तहरीर पर पुलिस ने किंदा समेत 13 नामजद लोगों पर एससी एसटी एक्ट समेत अन्य संगीन धाराओं में मुकद्मा दर्ज कर लिया था। वहीं किंदा पक्ष के सुखमीत ने भी कोतवाली में तहरीर दी थी जिस पर कोतवाली में मंत्री आर्य, संजीव आर्य समेत 24 लोगों में मुकद्मा दर्ज कर लिया गया है।

जितेंद्र शर्मा ने कहा कि बाजपुर के साथ ही पूरा प्रदेश जानता है कि मंत्री के काफिले पर किन लोगों ने हमला किया और किन लोगों ने मंत्री की जान को बचाया। फिर भी कोतवाली पुलिस ने मंत्री के उपर मुकद्मा दर्ज कर बता दिया है कि भाजपा सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है।
जिसको कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि यह झूठा मुकद्मा वापिस नहीं हुआ और हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो जिले के साथ ही पूरे प्रदेश में भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किये जायेंगे।
यह सब एक राजनीतिक स्टंट मात्र है क्योंकि मंत्री का काफिला रोकने वाले और आपस में गुत्थमगुत्था होने वाले दोनों ही लोग कांग्रेस पार्टी के थे ऐसे में भाजपा पर आरोप लगाकर अपनी राजनीति चमकाने का काम यशपाल आर्य कर रहे है।

पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य, हरमिंदर सिंह ढिल्लन लाडी, केलाखेड़ा पूर्व चेयरमैन हामिद अली, डीके जोशी, जगप्रीत सिंह, राजकुमार, मुकुंद शुक्ला, नवदीप कंग, रजत भंडारी, बहादुर भंडारी, रेशम सिंह, जगदीप सिंह उर्फ जस ढिल्लो, तनवीर खां गुड्डू, प्रेम सिंह यादव, डा.गुरमीत सिंह, अखिल भंडारी, मंदीप खैरा, आशीष भट्ट, बलवीर सिंह कालू, हरदीप परमार, नितिन बिष्ट, सूरज यादव, रविंद्र चौपड़ा उर्फ बिल्लू।