रूस के साथ मिलकर पाकिस्तान करने जा रहा ये काम, भारी संख्या में सेना

इससे पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय में कुरैशी ने लावरोव का स्वागत किया. लावरोव 2012 के बाद से पाकिस्तान आने वाले पहले रूसी विदेश मंत्री हैं.

कुरैशी ने ट्वीट किया, ”शानदार बैठकों के लिए विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का स्वागत करके आज बहुत खुशी हुई. रूस के साथ बहुआयामी संबंध स्थापित करना पाकिस्तान की अहम प्राथमिकता है और हमारा मानना है कि एक मजबूत संबंध क्षेत्रीय स्थिरता एवं वैश्विक सुरक्षा में योगदान देता है.”

2012 के बाद से पाकिस्तान का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं लावरोव लावरोव ने कहा कि रूस सैन्य उपकरणों के प्रावधानों के जरिए आतंकवाद-विरोधी क्षमता का निर्माण करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, ‘यह क्षेत्र के सभी राज्यों के हित में है.’

उन्होंने कहा कि रूस अर्थव्यवस्था, व्यापार और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार में 46 प्रतिशत की वृद्धि होने पर संतोष जताया लेकिन कहा कि ‘इसमें और विविधता लाने की आवश्यकता है’.

उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के बीच अधिक से अधिक सहयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर सहमत हुए. उन्होंने कहा, ”हम शंघाई सहयोग संगठन के ढांचे के तहत अपने सहयोग को भी बढ़ाएंगे.”

कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान और रूस ‘अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता सहित बहुपक्षीय एजेंडा से जुड़े कई मुद्दों पर एक जैसी स्थिति साझा करते हैं.’ उन्होंने बाद में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उनका देश रूस के साथ एक मजबूत बहु-आयामी संबंध बनाने का इच्छुक है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव (Sergei Lavrov) ने बुधवार को आतंकवाद के खिलाफ कदमों तथा रक्षा, अर्थव्यवस्था, व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ावा देने पर सहमति जतायी.

लावरोव और कुरैशी ने द्विपक्षीय संबंधों के साथ ही युद्धग्रस्त अफगानिस्तान की स्थिति की समीक्षा करने के लिए प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की.

कुरैशी ने बैठक के बाद कई ट्वीट कर कहा, ”हमारी वार्ता के दौरान, हमने आर्थक कूटनीति को आगे बढ़ाने का विचार किया तथा पाकिस्तान-स्ट्रीम गैस पाइपलाइन परियोजना सहित ऊर्जा सहयोग के क्षेत्र में प्रगति पर चर्चा की. हमने आतंकवाद के खिलाफ कदमों और रक्षा सहित सुरक्षा क्षेत्र में अपने सहयोग की भी समीक्षा की.”