आपको बता दें कीं संघ से पहले हुई बहस में के लिए मिली जुली टिप्पणियां की गई, जिसमें कुछ ने देश को आगामी व्यापार वार्ता के दौरान बहुत अधिक रियायतें नहीं मांगने की चेतावनी दी।
वहीँ इस दौरान संसद में ब्रेक्ज़िट समझौता के पक्ष में 621 मत पड़े तो खिलाफ में 49 वोट पड़े। इसी के साथ ईयू से की विदाई को मंज़ूरी दे दी गई है।
वहीँ ज्ञात हो कि शुक्रवार (31 जनवरी) को ईयू से अलग होने के बाद, ब्रिटेन इस साल के आखिर तक ईयू की आर्थिक व्यवस्था में रहेगा, लेकिन किसी नीति को लेकर वह कोई राय नहीं दे पाएगा। ब्रिटेन ईयू छोड़ने वाला पहला देश है।
हमसब ने अभी तक यूरोपीय संघ में ब्रिटेन को भी गिनते थे, लेकिन अब एक प्रक्रिया पूरी होने के बाद से यूरोपीय संघ से बाहर आ जायेगा।
आपको बता दें कि यूरोपीय संघ (ईयू) से ब्रिटेन की विदाई को बुधवार (29 जनवरी) को यूरोपीय सांसदों ने मंज़ूरी दे दी। वहीं इसके साथ अब यूरोपीय संघ में ब्रिटेन का होना एक इतिहास हो जाएगा।