उत्तराखंड में सख्त भू-कानून की मांग को लेकर हुआ ये, 30 अक्तूबर को…

उत्तराखंड में सख्त भू-कानून की मांग को लेकर भू-कानून संघर्ष मोर्चा ने शहीद स्मारक पर बैठक का आयोजन किया। कहा गया कि सरकार जल्द इसे लागू नहीं करेगी तो जल्द प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। 30 अक्तूबर को सरकार को चेताने के लिए गांधी पार्क पर बड़ा धरना दिया जाएगा। कलक्ट्रेट स्थित शहीद स्मारक परिसर सभागार में बैठक की अध्यक्षता पेंशनर एसोसिएशन के अध्यक्ष पीडी गुप्ता ने की।

उत्तराखंड महिला मंच की संयोजक निर्मला बिष्ट और राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि मोर्चा शीघ्र सरकार द्वारा गठित भू-कानून समिति को सुझावों के साथ मांग पत्र प्रेषित करेगा। जयदीप सकलानी और गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना ने कहा कि पृथक राज्य आंदोलन का मकसद यही था कि हम-जल-जंगल-जमीन रोजगार और संस्कृति के साथ पलायन को बचा पाएं।

राज्य बनने के 21 वर्षों बाद भी यह नाउम्मीदी दिखती है। राज्य आंदोलनकारी मंच के जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती और देवभूमि संगठन के आशीष नौटियाल ने कहा कि राज्य के शहीदों ने जो शहादतों दी थीं, वह व्यर्थ नहीं जानी चाहिए। इसलिए सभी संगठनों के साथ मिलकर भू-कानून संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सरकार पर दबाव बनाया जाएगा।

प्रदेश में सशक्त भू-कानून की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक त्रिवेन्द्र पंवार के नेतृत्व में एक दिवसीय उपवास रखा। यूकेडी नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के छोटे काश्तकारों की जमीनों को निवेश के नाम पर बाहरी लोगों जमीनों की खरीद फरोख्त की खुली छूट दे दी है। घंटाघर पर इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन में त्रिवेन्द्र पंवार ने कहा कि उत्तराखंड का सम्पूर्ण जनमानस लगातार सख्त भू-कानून की मांग कर रहा है।