इस देश में 12 से 15 साल तक के बच्चों को दी जाएगी कोरोना वैक्सीन, स्वास्थ्य विभाग ने दिया आदेश

ट्रायल में शामिल सभी बच्चों को वैक्सीन की दोनों खुराक देने के बाद दो साल तक अतिरिक्त तौर पर सुरक्षा के नजरिए से निगरानी की जाएगी। वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइजर अभी तक कनाडा को टीके की 11 मिलियन डोज दे चुकी है।

इसके अलावा कंपनी ने जून महीने के आखिर तक हर हफ्ते 2 मिलियन से ज्यादा डोज देने पर अपनी प्रतिबद्धता जताई है। गौरतलब है कि कनाडा में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण के 1,253,817 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं कोरोना वायरस की वजह से कनाडा में कुल 24,445 लोगों की जान गई है।

आपको बता दें कि दुनिया में कनाडा ऐसा पहला देश होगा, जहां 12 से 15 साल तक की उम्र के बच्चों को फाइजर वैक्सीन की दोनों डोज दी जाएंगी। इससे पहले पिछले साल दिसंबर में ही कनाडा सरकार ने 16 साल और उससे ऊपर की उम्र के लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन देने की अनुमति दी थी

। कनाडा सरकार ने यह फैसला 12 से 15 साल तक की उम्र के बच्चों पर किए गए तीसरे फेज के क्लीनिकल ट्रायल के बाद लिया है। इस ट्रायल के दौरान अमेरिका में 12 से 15 साल तक की आयु के 2260 बच्चों पर वैक्सीन का अध्ययन किया गया था।

लगातार बढ़ रही कोरोना वायरस महामारी के बीच कनाडा ने 12 से 15 साल तक की उम्र के बच्चों को वैक्सीन देने की अनुमति दे दी है। कनाडा में इस उम्र के बच्चों को फाइजर-बायोटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन दी जाएगी।

कनाडा की मुख्य स्वास्थ्य सलाहकार सुप्रिया शर्मा ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि एक गहन और स्वतंत्र वैज्ञानिक अध्ययन के बाद पता चला है कि 12 से 15 साल तक की उम्र के बच्चों के लिए फाइजर-बायोटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों को वैक्सीन देने का फैसला लिया है।