उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों के साथ होगा ऐसा, कोरोना से बचाने के लिए किया जाएंगा…

डीजी जेल ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश की जेलों में कोरोना के सिर्फ के 22 मामले हैं, जिनमें से 20 बंदी और दो जेल स्टाफ हैं. उन्होंने बताया की सभी जेल कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ दी जा चुकी है.

छुट्टी या किसी अन्य कारणों से जो कर्मचारी अब तक टीका नहीं लगवा पाए हैं, बहुत जल्द ही उनको भी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ दी जाएगी.

आनंद कुमार ने बताया कि कोरोना काल में यूपी की जेलों में सैनिटाइजर रिकॉर्ड तौर पर बनाए गए. जेलों में इस्तेमाल के साथ ही उन्हें दूसरे विभागों को बेचा भी गया.

उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशों के अनुरूप 60 साल से ऊपर के कैदियों को और 45 वर्ष से ऊपर के वह कैदी जो अन्य किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें कोरोना वैक्सीन की डोज़ दी जाएगी.

डीजी जेल ने बताया कि कोरोना काल में यूपी की जेलों में कोरोना को काबू करने के लिए बेहतरीन प्रयास किए गए, जिसके चलते किसी भी जेल में एक भी मौत कोरोना की वजह से नहीं हुई है.

यूपी के पुलिस महानिदेशक, जेल आनंद कुमार (DG, Prison Anand Kumar) ने बताया कि शासन के निर्देशों के अनुरूप उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों का कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है.

कोरोना वैक्सीनेशन की पहली डोज़ कैदियों को 23 और 24 मार्च को दी जाएगी. आनंद कुमार ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश की जेलों में कुल 1,12,120 कैदी हैं, जबकि पूरे करोना काल में जेलों में बंद हुए और जमानत पाए कैदियों को मिलाया जाए तो 4,33,789 बंदियों के कोरोना टेस्ट कराए जा चुके हैं.