लॉकडाउन से हताश हुए हज़ारों प्रवासी मजदूर ट्रेन और बस सेवा के बावाजूद आखिर क्यों पैदल तय कर रहे अपना सफर ?

देश में कोरोना से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन पर मजदूरों का कहना हैं कि लॉकडाउन ने हमसे नोकरी छिन ली हैं। सारी जमा-पूंजी खत्म हो चुकी हैं और शहर में अभी कमाई का कोई रास्ता नही हैं। अगर वह अपने घर नही जाएंगे तो जीवित नही रह पाएंगे। यहीं कारण है कि महाराष्ट्र के बिजासन घाट और मुंबई के आस- पास के सैकड़ों प्रवासी मजदूर अपने गांवो की ओर हजारों किलोमीटर की यात्रा पैदल ही कर रहे हैं।

देश के जिस राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस से संक्रमितों की पुष्टि हुई हैं। वहीं सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूरों का पलायन हो रहा हैं। महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा केसों की पुष्टि हुई हैं। लॉकडाउन चलतें केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कुछ राहते दी गई हैं। सरकार द्वारा स्पेशल ट्रेनों और बसों के शुरू होने के बावजूद प्रवासी मजदूरों का पलायन रुकने का नाम नही लें रहा हैं।