क्या कांग्रेस में जाएंगे हरक सिंह रावत, सभी को है अगले सियासी कदम का इंतजार

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देकर सरकार, भाजपा पर दबाव बनाया है, या वो सच में ही कांग्रेस में जाने की तैयारी में है। इसे लेकर हर किसी को हरक के अगले सियासी कदम का इंतजार है।

नाराजगी भले ही कोटद्वार मेडिकल कालेज के निर्माण में हो रही देरी को लेकर हो, लेकिन जानकार हरक के गुस्से को खाली महज गुस्सा भर नहीं मान रहे हैं।

इसके पीछे हरक का सियासी दांव भी माना जा रहा है। जो उन्होंने भरी कैबिनेट बैठक में मंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान कर चल दिया है। हरक इससे पहले भी ऐसे ही कई चौंकाने वाले कदम उठा चुके हैं। वर्ष 2016 में भी जब उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया था, तो उससे महज कुछ मिनट पहले तक वो सदन के भीतर बतौर कृषि मंत्री अपने विभाग का बजट पारित करा रहे थे।

उसके अचानक बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने का ऐलान सदन के भीतर ही कर दिया था। इस बार पूरी सरकार में हरक सिंह के लिए भाजपा में काम करना सहज नहीं रहा। वो पहले ही दिन से अपने विभागों में फ्री हैंड काम नहीं कर पा रहे थे। त्रिवेंद्र रावत सरकार में तो वे परेशान रहे ही। बाकि सीएम के साथ भी वो आजादी उन्हें नहीं मिल पाई, जैसी की कांग्रेस सरकार में उनके पास रहती थी। ऐसे में हरक सिंह के मंत्री पद से इस्तीफे के दांव को दबाव के साथ ही कांग्रेस में जाने से भी जोड़कर देखा जा रहा है।