उत्तराखंड सत्ता संग्राम 2022: आम आदमी पार्टी ने शुरू किया ये अभियान, जानकर चौक जाएंगे आप

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एलान के बाद आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में मुफ्त तीर्थ यात्रा टिकट अभियान शुरू कर दिया है। शुक्रवार को पूरे प्रदेश में आप कार्यकर्ताओं ने मंदिर व गुरुद्वारे में जाकर पुजारियों व जत्थेदारों को यात्रा के टिकट वितरित किए।

आप नेता कर्नल अजय कोठियाल (सेनि) ने कहा कि आप की सरकार बनते हुए उत्तराखंड के लोगों को मुफ्त तीर्थ दर्शन कराए जाएंगे।
हरिद्वार दौरे पर केजरीवाल ने मुफ्त तीर्थ यात्रा गारंटी दी थी। आप ने इस गारंटी को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए मुफ्त तीर्थ यात्रा टिकट अभियान शुरू किया है।

जिसके तहत आप कार्यकर्ताओं ने पौड़ी में लक्ष्मी नारायण मंदिर, श्रीनगर में धारी देवी मंदिर, देवप्रयाग, चौबट्टाखाल में मां भुवनेश्वरी देवी मंदिर, देहरादून कैंट में वैष्णो देवी मंदिर, डोईवाला में गुरुद्वारा धर्मपुर, राजपुर, रायपुर में काली मंदिर समेत अन्य क्षेत्रों में मंदिर व गुरुद्वारे में जाकर पुजारियों व जत्थेदारों को यात्रा के टिकट दिए।

10 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के तहत आप कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों के पंजीकरण करेंगे। आप नेता कर्नल कोठियाल ने कहा कि आप जो वादे करती है, उसे पूरा भी करती है। सत्ता में आते हुए पार्टी उत्तराखंड के लोगों को मुफ्त तीर्थ दर्शन कराएगी।आंदोलन से हुआ आम आदमी पार्टी का उदय : कोठियाल वहींआम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को पार्टी का नौवां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। आप नेता कर्नल अजय कोठियाल ने प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ केक काटा। उन्होंने कहा कि पार्टी का उदय आंदोलन से निकलकर हुआ है। नौ सालों में पार्टी ने अपने मॉडल पर राजनीति की दिशा और दश बदलने का काम किया है। अब सभी मिलकर उत्तराखंड नवनिर्माण करेंगे।

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कर्नल कोठियाल ने कहा कि दो अक्तूबर 2012 को आप के शीर्ष नेता अरविंद केजरीवाल ने एलान किया था कि आम आदमी पार्टी को राजनीति रूप दिया जाएगा। इसके बाद 26 नवंबर 2012 को संविधान दिवस पर आप अस्तित्व में आई। उन्होंने कहा कि सब मिलकर उत्तराखंड का नवनिर्माण करेंगे।

प्रदेश को बने हुए 21 साल हो चुके हैं, लेकिन आज भी प्रदेश की जनता को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। कांग्रेस और भाजपा ने बारी-बारी से अपनी सरकारें बनाकर कई केक काटे। प्रदेश का विकास करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। दोनों ही दलों ने सिर्फ अपने घर भरने का काम किया है।