उत्तराखंड: सामने आई एयरपोर्ट प्रबंधन की चूक, 15 मिनट तक हवा में घूमता रहा हेलीकॉप्टर

पिथौरागढ़ की नैनीसैनी हवाई पट्टी पर गुरुवार को एयरपोर्ट प्रबंधन की बड़ी चूक सामने आई। यहां हेलीकॉप्टर लैंडिग के तय समय पर एयरपोर्ट से एंबुलेंस नदारद थी। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए पायलट ने हेलीकॉप्टर की लैंडिंग से मना कर दिया। नतीजतन, हेलीकॉप्टर 15 मिनट तक हवा में चक्कर काटता रहा। आनन-फानन में मंगाई गई एंबुलेंस के पहुंचने के बाद ही उसकी लैंडिंग हुई।

गुरुवार को दून से चार यात्रियों को लेकर एक हेलीकॉप्टर हल्द्वानी और पंतनगर होते हुए सुबह 11.29 बजे पिथौरागढ़ पहुंचा। तय प्रोटोकॉल के अनुसार, यात्री सुरक्षा के लिहाज से एयरपोर्ट पर तैनात रहने वाली एंबुलेंस मौके पर नहीं थीं। एविएशन कंपनी के एयरपोर्ट इंचार्ज ने इसकी सूचना पायलट को दी। पायलट ने यात्रियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए हेलीकॉप्टर लैंडिंग से मना कर दिया।

इसपर एयरपोर्ट प्रबंधन ने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर एंबुलेंस मंगाई। इसके बाद करीब 11.44 बजे हेलीकॉप्टर की लैंडिंग हो सकी। वहीं, एयरपोर्ट प्रबंधन की इस लापरवाही से यात्रियों में नाराजगी देखी गई। विमान संचालन कंपनी के एयरपोर्ट इंचार्ज के अनुसार, अगर एंबुलेंस पहुंचने में थोड़ी और देरी होती तो पायलट हेलीकॉप्टर वापस हल्द्वानी ले जाते। इससे यात्रियों को हल्द्वानी से टैक्सी व अन्य संसाधनों से पिथौरागढ़ पहुंचना पड़ता।

नैनीसैनी एयरपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के परिवहन प्रबंधक डॉ. मदन बोनाल ने कहा, ‘एयरपोर्ट पर एंबुलेंस मौजूद नहीं होने की जानकारी हमें नहीं थी। हमें जब एयरपोर्ट प्रबंधन से सूचना मिली तो तत्काल एंबुलेंस मौके पर भेज दी गई। इस मामले में संबंधित जिम्मेदार कार्मिक से जवाब मांगा जाएगा।’

पिथौरागढ़ पवन हंस के इंचार्ज कविंद्र कुमार ने कहा, ‘हेलीकॉप्टर लैंडिंग के समय एयरपोर्ट पर एंबुलेंस नहीं थी तो पायलट ने लैंडिंग से इनकार कर दिया। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई। जब एयरपोर्ट पर एंबुलेंस पहुंची, तब पायलट ने हेलीकॉप्टर लैंड किया।’