पेट से जुड़ी प्रॉब्लम को ठीक करने के लिए करे पुदीना का उपयोग

त्वचा की गर्मी– हरा पोदीना पीसकर चेहरे पर बीस मिनट तक लगा रहने दें। यह त्वचा की गर्मी को निकाल देता है। पित्ती- दस ग्राम पोदीना, बीस ग्राम गुड़, दो सौ ग्राम पानी में उबालकर छानकर रोज दो बार पिलाने से बार बार उछलने वाली पित्ती भी विल्कुल ठीक हो जाती है।

कृमि- 30 ग्राम पोदीना और 10 ग्राम कालीमिर्च पीसकर एक गिलास पानी में घोलकर पीने से पेट में कृमि मरकर बहार निकल जाते हैं।

पेट दर्द- पेट दर्द और अपच होने पर पोदीना, जीरा, हींग, कालीमिर्च, नमक डालकर चटनी की तरह पीस कर चटनी जितनी मात्रा में खाये। इनको एक गिलास पानी में उबालकर भी पी सकते है ।

सिरदर्द जुकाम- पोदीने के पत्तों को सूंघने से भी बहुत लाभ होता है। दाद- नित्य दो बार पोदीने की चटनी नीबू के रस में पीसकर दाद पर अवश्य लगाएं आपको आराम मिलेगा।

पोदीना बहुत ही ठंडा होता है। इसमें बहुत गुण पाए जाते हैं। यह पेट दर्द, सिर दर्द, जुकाम, कीड़े और अन्य बीमारियों में लाभदायक होता है। आइए जानते हैं इससे होने वाले और फायदे।