अब हिंदुस्तान को देखने का नजरिया संसार ने बदला लिया है। अब हिंदुस्तान की बात पूरी संसार सुनती है। अब बड़े व शक्तिशाली मुल्क हिंदुस्तान को सुपरपावर की कतार में खड़ा मानते हैं।
ये सब संभव हुआ है वर्ल्ड लीडर पीएम नरेंद्र मोदी की वजह से। बीते 6 वर्ष में हिंदुस्तान संसार के सुपरपावर राष्ट्रों की कतार में खड़ा हो गया है। संसार के सबसे शक्तिशाली मुल्क के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व मोदी की दोस्ती भी संसार देख चुकी है।
भारत की बढ़ती ताकत के कारण अब डोनाल्ड ट्रंप इंडिया को विकसित राष्ट्रों के समूह G7 में शामिल करना चाहते हैं। जी-7 संसार की सबसे बड़ी व संपन्न अर्थव्यवस्थाओं वाले सात राष्ट्रों का मंच है।
इसमें फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका, ब्रिटेन व कनाडा शामिल हैं। इन राष्ट्रों के प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था व मुद्रा के मुद्दों पर हर वर्ष मीटिंग करते हैं। 10 से 12 जून के बीच जी 7 समूह की वर्चुअल मीटिंग होने वाली थी, लेकिन ट्रंप ने आखिरी वक्त पर इस मीटिंग को सितंबर तक के लिए टाल दिया है।
ट्रंप ने ऐलान किया है कि सितंबर में होने वाली मीटिंग से पहले G7 ग्रुप में हिंदुस्तान को भी आमंत्रित किया जाएगा। अभी तक जी 7 समूह में एशिया से सिर्फ जापान शामिल था, लेकिन जल्द ही इसमें हिंदुस्तान की भी एंट्री हो जाएगी। ट्रंप ने जी 7 समूह में हिंदुस्तान के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, रूस व दक्षिण कोरिया को भी मीटिंग में आमंत्रित करने का ऐलान किया है।
चीन को घेऱने के लिए अमेरिका की गुटबंदी पूरी संसार चाइना को कोरोना का गुनहगार मानती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार कोरोना के लिए चाइना को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं।
नरेंद्र मोदी जब से पीएम बने हैं, संसार में हिंदुस्तान की पहचान ही बदल गई है। अब हिंदुस्तान की बात पूरी संसार सुनती है। बिना किसी से युद्ध किए हिंदुस्तान ने ये साबित कर दिखाया है कि कैसे संसार जीती जाती है व ये सबकुछ हुआ है .
पीएम नरेंद्र मोदी के कारण। हिंदुस्तान की बढ़ती ताकत को देखते हुए संसार के शक्तिशाली मुल्कों के समूह में हिंदुस्तान को शामिल करने की तैयारी चल रही है।
यहां तक कि वो चाइना के विरूद्ध जाँच भी करवा रहे हैं। कोरोना पर चाइना को सबक सिखाने के लिए ट्रंप रणनीति बना रहे हैं। इसी रणनीति का भाग है.
G7 राष्ट्रों का समूह। इसके लिए ट्रंप को हिंदुस्तान की कठोर आवश्यकता है। ट्रंप जानते हैं कि मोदी की कूटनीति के दम से ही एशिया में चाइना को घेरा जा सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, संसार के सबसे बड़ी आर्थिक ताकत वाले ग्रुप में अब हिंदुस्तान को भी शामिल करना चाहते हैं। संसार ने मान लिया है कि अब ‘सुपरपावर’ भारत का जमाना है।