उर्दू एकेडमी कर रही ऑनलाइन कोर्सेज की प्लानिंग, करिकुलम तैयार करने के लिए शामिल होगी ये एजेंसियां

उर्दू अकादमी दिल्ली ऑनलाइन कोर्सेज लॉन्च करने जा रही है. पिछले साल कोविड महामारी के कारण फिजिकल क्लासेज के सस्पेंशन के बाद, अकादमी को डिजिटल लर्निंग मॉड्यूल शुरू करने के लिए काफी रिक्वेस्ट मिल रही है. लैंग्वेज ट्रेनिंग प्रोग्राम से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि ऑनलाइन करिकुलम तैयार करने के लिए नॉन-गवर्मेंट एजेंसियों को शामिल किया जा सकता है.

एक अधिकारी ने कहा कि “महामारी के कारण, हमारी सभी गतिविधियाँ रुक गईं हैं. हेल्थ इमरजेंसी को देखते हुए हमारा बजट भी सीमित है. हालांकि, प्रस्ताव (डिजिटल लर्निंग शुरू करने के लिए) पर विचार किया जा रहा है. उम्मीद है, हम जल्द ही ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने में सक्षम होंगे.”

उर्दू को बढ़ावा देने और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, दिल्ली पुलिस कर्मियों, कलाकारों, वकीलों, पत्रकारों और अन्य प्रोफेशनल्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए 10 केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां उर्दू सीखने को लेकर एक्साइटेड लोगों के लिए सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज उपलब्ध हैं.

अधिकारी ने कहा कि एकेडमिक फिजिकल क्लासेज को फिर से शुरू करने की संभावनाएं भी तलाश रही है. “अगर स्कूल और कॉलेज फिर से खुल जाते हैं, तो हम अपने केंद्रों को भी फिर से शुरू कर सकते हैं. लेकिन ऑनलाइन कोर्स फिजिकल टीचिंग के साथ जारी रह सकते हैं. एक डिजिटल मॉड्यूल तैयार करने के लिए, हम विशेषज्ञों की एक टीम स्थापित करेंगे, हालांकि इस प्रक्रिया में कुछ और समय लग सकता है.”

इन कोर्सेज में हर साल लगभग 1500 शिक्षार्थी एडमिशन लेते हैं. एकेडमी के एक अधिकारी ने बताया कि रेग्यूलर कोर्सेज चलाने वाले इंस्ट्रक्टर्स द्वारा की गई पहलों से डिजिटल कक्षाएं चलाने की प्रेरणा मिलती है.

अधिकारी ने आगे कहा कि “जब शारीरिक कक्षाओं को निलंबित करना पड़ा, तो शिक्षक अपने दम पर कोर्सेज पूरा करने के लिए आगे आए. उन्होंने पाठ्यक्रमों के लिए नामांकित छात्रों से जुड़ने का प्रयास किया. उन्होंने समूह बनाए और पाठ्यक्रम को पूरा करने में कामयाब रहे.” एकेडमी उर्दू प्राइमर को प्रकाशित करने पर भी विचार कर रही है उर्दू लैंग्वेज सीखना चाह रहे लोगों की मदद हो सके.