यूपी: कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने से कतराते नजर आए हेल्थकेयर, वजह जानकर चौक जायेंगे आप

यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने जो जानकारी उपलब्ध कराई है, उसके मुताबिक राज्य में 8.90 लाख से ज्यादा हेल्थकेयर वर्करों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई थी।

लेकिन, करीब 3.05 लाख यानी 34 फीसदी लोगों ने इसकी दूसरी डोज अभी तक नहीं लगाई है। इसी तरह जिन कुल 7.59 लाख फ्रंटलाइन वर्करों को पहला टीका लगाया गया था, उनमें से 3.50 लाख से ज्यादा यानी 46 फीसदी ने अभी तक इसका दूसरा टीका नहीं लगवाया है।

प्रसाद ने दूसरी डोज नहीं लगाने वाले 6.59 लाख से ज्यादा हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स से अब अपील की है कि उन्हें जल्दी ही वैक्सीन की दूसरी खुराक लगवा लेनी चाहिए, क्योंकि सिर्फ एक डोज से कोरोना वायरस से पूरी तरह सुरक्षित नहीं हुआ जा सकता। उन्होंने कहा है, ‘दोनों डोज जरूरी है और तभी एंटीबॉडीज बन पाएगा।’

देश में ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए गुरुवार से उसका दायरा बढ़ाकर 45 साल तक के उम्र के लोगों को उसमें शामिल कर लिया गया है और लोग इसे लगवाने को लेकर जागरूक भी नजर आ रहे हैं।

लेकिन, उत्तर प्रदेश में जिन हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है, वह समय पूरी होने के बाद भी दूसरी डोज लगवाने से कतराते नजर आ रहे हैं।

ऐसे लोगों की तादाद करीब 40 फीसदी है। प्रदेश में 16.49 लाख से ज्यादा हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की पहली डोज दी गई थी। वैक्सीन मैनेजमेंट से जुड़े लोगों की चिंता इसलिए बढ़ गई है, क्योंकि जबतक दोनों डोज नहीं लगा दिया जाता, तबतक लोग संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो सकते।