उमा भारती ने मध्य प्रदेश के ‘उड़ता मध्य प्रदेश’ ना बन जाने की जताई आशंका ,कहा शुरू करूंगी…

भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मध्य प्रदेश के ‘उड़ता मध्य प्रदेश’ ना बन जाने की आशंका जताई है। इसके साथ ही उमा ने कहा है कि वह फिर से शराबबंदी को लेकर अपना जागरूकता अभियान शुरू कर रही हैं। उनके इस ऐलान को शिवराज सिंह चौहान सरकार के लिए चिंता की वजह माना जा रहा है। उमा भारती भाजपा की वरिष्ठ नेता हैं और सूबे की पूर्व सीएम रही हैं। शिवराज सिंह चौहान से उनके संबंध बहुत अच्छे नहीं रहे हैं। ऐसे में उनके इस ऐलान को लेकर कई तरह के कयास भी लगने लगे हैं।

भारती ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा कि करीब सवा महीने पहले उनकी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की शराबबंदी को लेकर बात हुई। इसके बाद उनकी दिल्ली में पार्टी संगठन के वरिष्ठतम नेतृत्व से इस विषय पर बात हुई। प्रदेश पार्टी संगठन के वरिष्ठ प्रभारियों से भी इसी संबंध में बात हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सभी बैठकों में सब शराब के खिलाफ एकमत थे।

भारती ने कहा कि सभी का मानना था कि शराब पिलाने के अहाते प्रदेश में नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके बाद अब डेढ़ महीना हो चुका है। बातचीत के परिणाम आने की प्रतीक्षा करते हुए वह जागरूकता अभियान शुरू कर रही हैं क्योंकि ये अभियान पार्टी एवं सरकार की नीति के ही अनुसार है। भारती ने कहा कि यह अभियान तेजी पकड़े यह जरूरी है। उन्होंने पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा कि हर नशा एक-दूसरे से जुड़ा है और हम भूल से मध्यप्रदेश को ‘उड़ता मध्य प्रदेश’ ना बना दें।