यूक्रेन ने रूसी सैनिकों पर लगाया ये बड़ा आरोप , कहा महिलाओं और बच्चों पर कर रहे…

यूक्रेन ने रूसी बलों पर कीव के पास लड़ाई से भागने की कोशिश कर रही महिलाओं और बच्चों पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है। इस हमले में एक बच्चे समेत सात लोगों की मौत हो गई। ये लोग पेरेमोहा गांव से भागकर आए थे।

यूक्रेनी अधिकारियों ने बाद में कहा कि काफिला रूस के साथ सहमत ‘ग्रीन कॉरिडोर’ से होकर नहीं जा रहा था, जब उन पर गोलियां दागी गईं। हालांकि यूक्रेन की ओर से पहले कहा गया था कि ये लोग इसी कॉरिडोर पर यात्रा कर रहे थे।

यूक्रेन पर रूस का आक्रमण तीसरे हफ्ते में पहुंच गया है। मॉस्को ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करने के बाद से ही नागरिकों को निशाना बनाने से इनकार किया है। यह यूक्रेन को शहरों से नागरिकों को निकालने के असफल प्रयासों के लिए दोषी ठहराता है। रूस के इस आरोप को यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों ने खारिज कर दिया है।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ फोन पर बातचीत में यूक्रेनी सैनिकों द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के उल्लंघनों की बात कही।

पुतिन ने यूक्रेनी सुरक्षा बलों की ओर से अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के खुले तौर पर उल्लंघन के कई तथ्यों का हवाला दिया। इसमें नागरिकों को बंधक बना लेना और उन्हें ढाल के रूप में उपयोग करना, आवासीय क्षेत्र में भारी तोपखाना तैनात करना इत्यादि शामिल हैं।

संयुक्त राष्ट्र ने शनिवार को बताया कि यूक्रेन में रूसी आक्रमण के बाद से 1,581 नागरिक हताहत हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि 1,581 हताहतों में से 42 बच्चे सहित 579 लोगों की मौत हुई है और 1,002 घायल हुए, जिनमें 54 बच्चे शामिल थे। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है, “अधिकांश नागरिक हताहतों की संख्या व्यापक प्रभाव क्षेत्र वाले विस्फोटक हथियारों के उपयोग के कारण हुई, जिसमें भारी तोपखाने और मल्टी-लॉन्च रॉकेट सस्टिम और मिसाइल और हवाई हमले शामिल हैं।”