शादी के 28 दिन बाद महिला बनी मां, जानकर ससुरालवालो के उड़े होश

अस्पताल में भर्ती महिला के सास-ससुर ने बताया कि उनके लड़के की शादी 15 फरवरी को हुई थी। उस समय बहू के गर्भवती होने के बारे में पता नहीं चला।

 

गुरुवार को करीब 10 बजे बहू ने पेट दर्द की शिकायत की थी। इसके बाद रात 12 बजे बहू ने अस्पताल में बेटे को जन्म दिया। जिसे वह रखना नहीं चाहते थे क्योंकि वह इसे अपनी बेइज्जती मानते थे।

यह बात सिविल अस्पताल के स्टाफ के पास गई तो एक नर्स ने कहा कि यदि वह बच्चा नहीं रखना चाहते तो वह उनका बच्चा किसी जरूरतमंद को दिला देगी। इसके बाद उक्त नर्स ने बच्चा किसी को दो दिया। जिसकी उन्हें जानकारी नहीं है।

सिविल अस्पताल माहिलपुर में महिला के ससुर ने कहा कि नर्स ने उनकी बहू के हुआ लड़का किसी को दिया है। पर मौके पर नर्स ने इस मामले में इंकार कर दिया और कहा कि उसने तो बच्चा एक ओपीडी में आए मरीज को ही दिलाया है .

जिसका वह पता नहीं जानती। देर शाम तक यह ड्रामा चलता रहा। वह नर्स भी बीच में ही छुट्टी लेकर चली गई। कस्बा में चर्चा है कि उक्त नर्स ने नवजात को एक महिला डॉक्टर की सहायता से माहिलपुर के गांव कैंडोवाल निवासी एक व्यक्ति को बेचा है जिसकी शादी करीब आठ वर्ष पहले हुई थी पर उसके कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ।

हैरान करने वाली खबर पंजाब के होशियारपुर जिले से है. यहां के सिविल अस्पताल माहिलपुर में शुक्रवार को 28 दिन की विवाहिता को पेट दर्द के चलते आपातकालीन हालात में भर्ती कराया गया लेकिन उसके साथ आए लोग तब हैरान रह गए जब डॉक्टर ने उसे गर्भवती और प्रसव पीड़ा में बताया।

मध्य रात्रि करीब 12 बजे महिला ने एक बेटे को भी जन्म दिया। इसके बाद नवजात अस्पताल से गायब हो गया। चर्चा यह है कि अस्पताल की महिला कर्मी की सहायता से नवजात को माहिलपुर के करीबी गांव में 60 हजार रुपए में बेच दिया गया है।