तुलसी का सेवन करने से शरीर को मिलता है ये बड़ा लाभ

तुलसी की पत्तियों का सेवन कई तरह की बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है. तो कुछ लोग इसको इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए रोज़ाना सुबह चबा कर खाते हैं. लेकिन इन पत्तियों का सेवन दांतों से चबाकर नहीं करना चाहिए. दरअसल तुलसी की पत्तियों में मर्क्युरी यानी पारा और आयरन काफी मात्रा में पाया जाता है.

साथ ही इसमें कुछ मात्रा में आर्सेनिक भी पाया जाता है. जब आप तुलसी की पत्तियों को चबाकर खाते हैं तो ये सभी चीजें आपके दांतों के संपर्क में सीधे तौर पर आती हैं.

जो आपके दांतो को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इससे दांत ख़राब हो सकते हैं और कई तरह की दिक्कतें दांतों में हो सकती हैं. इसलिए तुलसी की पत्तियों को कभी भी चबाकर न खाएं. इनका सेवन करने के लिए पत्तियों को पानी की सहायता से निगल सकते हैं या फिर यहां बताये जा रहे तरीकों को अपना सकते हैं.

तुलसी के पौधे की ख़ास बात (special thing of basil plant) ये तो है ही, कि ये चौबीस घंटे ऑक्सीजन देता है (It gives oxygen 24 hours) लेकिन भारतीय संस्कृति, हिन्दू धर्म और आयुर्वेद चिकित्सा क्षेत्र में इसका महत्त्व और भी ज्यादा है.

इसलिए तुलसी का पौधा घर में लगाना शुभ माना जाता है. तुलसी में बहुत सारे औषधीय गुण (Basil has many medicinal properties) होते हैं जिसकी वजह से सर्दी-ज़ुकाम, पेट दर्द, मलेरिया, अनियमित पीरियड्स और यौन रोग जैसी कई दिक्कतों को दूर करने और रक्त की शुद्धता, पाचन शक्ति और इम्यूनिटी बढ़ाने जैसी कई चीजों के लिए तुलसी का सेवन किया जाता है.

लेकिन कुछ लोग तुलसी की पत्तियों का सेवन इनको चबाकर करते हैं. वो इन बात से अनजान हैं कि तुलसी की पत्तियों को चबाकर खाना उनके दांतों के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है.

अगर आप भी इस बारे में नहीं जानते हैं, तो आइये जानते हैं कि तुलसी की पत्तियों को चबाकर खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं और इसका सेवन किस तरह से किया जाना चाहिए. जिससे ये आपकी सेहत और दांतों के लिए हर तरह से फायदेमंद साबित हो.

तुलसी – (ऑसीमम सैक्टम) एक द्विबीजपत्री तथा शाकीय, औषधीय पौधा है। तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है और लोग इसे अपने घर के आँगन या दरवाजे पर या बाग में लगाते हैं। भारतीय संस्कृति के चिर पुरातन ग्रंथ वेदों में भी तुलसी के गुणों एवं उसकी उपयोगिता का वर्णन मिलता है।