पटना समेत कई जिलों में आफत की बारिश, जगह-जगह गिरे पेड़

 दिन भर उमस भरी गर्मी के बाद देर शाम पटना सहित बिहार के 18 जिलों में आंधी-पानी से अचानक मौसम में बदलाव आया। पटना सहित अन्य जिलों में 50 से 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चली।

इससे कई जगह पेड़ गिर गए। वैशाली जिले में तेज हवाओं की चपेट में आने से लग्न के लिए लगे पंडाल-शामियाने उड़ गए। पटना में कुछ इलाकों में 30 से 35 मिनट में 11.6 मिलीमीटर बारिश हुई। रात 9 बजे के आसपास तक कुछ इलाके में बूंदाबांदी होती रही। आंशिक बारिश से राजधानी के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी लेकिन कुछ ही देर बाद जमा पानी निकल गया। मानसून पूर्व चल रही नालों की सफाई की वजह से जगह-जगह किचकिच की स्थिति बन गई। सब्जी मंडियों और बाजार में भी फिसलन की स्थिति बन गई।

मौसमविदों के मुताबिक राज्य की सीमा में दक्षिण पश्चिम भाग से आंधी-बारिश के सिस्टम का प्रवेश हुआ जो पटना-वैशाली होकर उत्तर बिहार तक पहुंचा। यह जिन इलाकों से होकर गुजरा वहां तेज आंधी और झमाझम बारिश हुई। तेज हवा के बीच बारिश की वजह से जगह-जगह पेड़ उखड़ गए। बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी बाधित हुई। खगौल के छोटी बदलपुरा निवासी संजय श्रीवास्तव का मकान गिर गया।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से देर शाम पूर्वी चंपारण, गया, जहानाबाद, मुजफ्फरपुर, नालंदा, पटना, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली व आसपास के एक दो जिलों में तेज हवा के साथ वज्रपात, गरज-तड़क और बारिश का औरेंज अलर्ट जारी किया गया। इससे पहले औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, कैमूर, रोहतास, सारण और सीवान में भी तात्कालिक चेतावनी जारी की गई।

वैशाली जिले के हाजीपुर, महुआ, भगवानपुर, चेहराकलां समेत कई अन्य प्रखंडों में तेज आंधी के साथ हाजीपुर में शुक्रवार शाम मूसलाधार बारिश हुई । तेज आंधी के बीच लग्न की तैयारी में लगाए गए पंडाल और शामियाना क्षत-विक्षत हो गए। बिजली गुल रही, वहीं शहर की कई सड़कों पर जलजमाव हो गया।