कृषि कानूनों के खिलाफ कल किसान करेंगे ये, दोपहर 12 बसे से 3-4 बजे तक…

सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षाबलों की तैनाती जारी है। यहां किसानों को प्रदर्शन करते हुए आज 84 दिन हो गए हैं।

इस बीच किसान 18 फरवरी के रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं। किसानों ने कहा है कि आंदोलन के दौरान बीच में कहीं भी ट्रेन को नहीं रोका जाएगा। ट्रेनें स्टेशन पहुंचने पर रोकी जाएंगी और यात्रियों से माफी मांगते हुए उन्हें जलपान कराया जाएगा। किसानों के आंदोलन के कारण बताए जाएंगे।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “कल रेल रोको अभियान 12 बसे से 3-4 बजे तक रहेगा। हम तो रेल चलाने की बात कर रहे हैं। अगर रेल रोकेंगे तो संदेश देंगे कि रेल चले। गांव के लोग अपने हिसाब से रेल रोको अभियान का संचालन कर लेंगे।”