साथ मिलकर चीन और पाकिस्तान ने दिखाया तेवर, बताया जा रहा…

विशेषज्ञों ने बताया कि LoC और LAC पर पाकिस्तान और चीन का एक साथ सक्रिय होना संयोग नहीं है, बल्कि ये एक दूसरे से जुड़ा हुआ है।

 

यह हिंदुस्तान के विरूद्ध कोई गहरी साजिश तो नहीं है? भूतकाल में चीन की कुटिलताओं को देखते हुए साजिश की आशंका अधिक है।सरहद पर चीन ये आक्रामकता ऐसे मौके पर दिखा रहा है.

जब लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान की ओर से निरंतर गोलीबारी हो रही है, घाटी में पाक प्रायोजित आतंकी हमले बढ़े हुए हैं और गुलाम कश्मीर में इस्लामाबाद चुनाव कराने जा रहा है।

पूर्व डेप्युटी नैशनल सिक्यॉरिटी अडवाइजर ने कहा कि चीन-पाकिस्तान का गठजोड़ गुलाम कश्मीर और अक्साई चिन को फिर से हासिल करने की हिंदुस्तानी कोशिशों से चिंचित है।
ये दोनों ही क्षेत्र सीपीईसी (चीन पाक आर्थिक गलियारा) के लिए तो आवश्यक है ही, ‘अफगानिस्तान में हिंदुस्तान के प्रभाव को सीमित’ करने के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं।
लिहाजा चीन और पाकिस्तान इन (पीओके और अक्साई चिन) पर अपने नियंत्रण को और मजबूत करने की योजना बना रहे हैं। इससे वे अफगानिस्तान में हिंदुस्तान के प्रभाव को भी सीमित कर पाएंगे।’

लद्दाख में एलओसी पर हिंदुस्तान-चीन के फैजियों के बीच जारी गतिरोध गहराता जा रहा है। पैंगोंग सो झील से सटे फिंगर एरिया में चीन बंकर बना रहा है तो गलवान रिजन में 3 जगहों पर वह हिंदुस्तानीय इलाके में आ घुसा है।