आज हो रहा यूपी के तीसरे चरण का मतदान, अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा दांव पर

यूपी में आज 16 जिलों की 59 सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है। मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक चलेगा। शाम छह बजे मतदान केंद्र के परिसर में जितने भी लोग कतार में लगे होंगे उन्हें वोट देने का अधिकार होगा।

मतदान के लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। तीसरे चरण में दो करोड़ 15 लाख से अधिक मतदाता चुनावी रण में उतरे 627 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। वहीं आज करहल विधानसभा सीट पर भी मतदान चल रहा है। यहां से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसके अलावा शिवपाल यादव, कैबिनेट मंत्री एसपी बघेल, रामवीर उपाध्याय, सतीश महाना, इरफान सोलंकी जैसे दिग्गजों की किस्मत आज ईवीएम में कैद हो जाएगी।

तीसरे चरण में रविवार को यूपी की जिन 59 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है उनमें हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर हमीरपुर और महोबा जिले शामिल हैं।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। आज इस सीट पर मतदान हो रहा है। अखिलेश के खिलाफ बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल को उतारा है। अखिलेश करहल क्षेत्र से पहली बार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। साल 2017 में बीजपी लहर में भी सपा के सोबरन सिंह यादव ने इस सीट पर अपनी जीत बरकरार रखी थी। अखिलेश के मुकाबले केंद्रीय मंत्री के भाजपा उम्मीदवार के रूप में सामने आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। इसके अलावा अखिलेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव इटावा जिले की अपनी पारंपरिक जसवंतनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां भी आज मतदान होना है।

कानपुर जिले की महाराजपुर सीट से कैबिनेट मंत्री सतीश महाना बीजेपी प्रत्याशी हैं। जीत के रिकॉर्ड तोड़ने को बेताब महाना बीते 32 सालों से लगातार जीत दर्ज कर रहे हैं। वे बीजेपी के ऐसे नेता हैं जिन्होंने कभी हार का स्वाद नहीं चखा है। महाराजपुर सीट से महाना दो बार जीत दर्ज कर चुके हैं। इसके अलावा कैंट सीट से पांच बार लगातार विधायक रह चुके हैं। उनके खिलाफ सपा ने फतेहबहादुर गिल को टिकट दिया है।

कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा के इरफान सोलंकी की प्रतिष्ठा दांव पर है। तीन बार के विधायक हैं। इससे पहले 10 साल तक उनके पिता हाजी मुस्ताक सोलंकी इस सीट से चुनाव लड़ा करते थे। लगभग 25 सालों से सोलंकी परिवार का इस सीट पर कब्जा रहा है। बीजेपी ने उनके खिलाफ सलिल विश्नोई को चुनावी रण में उतारा है। विश्नोई इससे पहले आर्यनगर सीट से चुनाव लड़ा करते थे। वे तीन बार विधायक रहे हैं और फिलहाल एमएलसी हैं।