गठिया के दर्द को दूर करने के लिए करे ये उपाय

गिलोय का प्रयोग रक्त शोधक के तौर पर भी होता है। इसलिए गिलोय को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। अब इसे छानकर शहद और मिश्री  गिलोय का उपयोग पीलिया रोग में भी बहुत लाभकारी है। इसके पत्तियों को सुखाकर बनाए गए पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाकर खाने से लाभ मिलता है। आप चाहे तो इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।

 

गिलोय का उपयोग जोड़ों एवं गठिया के दर्द में भी बहुत लाभकारी है। इसके लिए गिलोय के तने का चूर्ण रोजाना दूध में मिलाकर पीना चाहिए। इससे हड्डियां मजबूत होंगी।

गिलोय का प्रयोग सांप या अन्य जहरीले जानवर के काटने पर शरीर में फैले विष को निकालने में भी किया जाता है। इसके लिए गिलोय की जड़ को पीसकर व्यक्ति को उसका रस पिलाना चाहिए। ऐसा करने से रोगी को उल्टी होगी। नतीजतन शरीर में मौजूद सारा जहर निकल जाएगा।

जिन लोगों को पाइल्स यानि बवासीर की बीमारी है। उन्हें गिलोय के एक चम्मच चूर्ण को छाछ में मिलाकर लेना चाहिए। इससे खून आना बंद होगा। साथ ही दर्द में भी आराम मिलेगा।

तब भी बहुत से लोगों को इससे पूरा लाभ नहीं मिलता है। अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो आप गिलोय नामक जड़ी-बूटी का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये कई रोगों के लिए रामबाण इलाज है।

साथ मिलाकर सुबह-शाम पिएं, इससे खून साफ हो जाएगा।कई लोगों को बवासीर, गठिया आदि रोग होते हैं। इनके इलाज के लिए लोगों को हजारों रुपए खर्च करने पड़ते हैं।