आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए करे ऐसा

जब भी हम लैपटॉप या मोबाइल पर काम करते हैं तो काम में इतने मगन हो जाते हैं कि एक टक लैपटॉप पर काफी देर तक नजरें गड़ाकर रखते हैं. ऐसे में पलकों को झपकने का मौका काफी देर तक नहीं मिल पाता.

इससे टियर फिल्म सूख जाती है और आंखों के सामने धुंधलेपन की समस्या आती है. इस समस्या से बचने के लिए कम से कम दो मिनट तक हर चार सेकंड में अपनी पलकों को लगातार झपकाएं और फिर आंखें तेजी से बंद कर लें. कुछ सेकंड बंद रखें और फिर आंखों को खोल लें. दिन में 4 से 5 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं. इससे तनाव कम होगा, आंखों की थकान दूर होगी और आंखों में दुबारा से लुब्रिकेशन हो जाएगा.

इसके अलावा प्रदूषण, गलत खानपान और आनुवांशिकता को भी इसका कारण माना जाता है. यदि एक बेहतर डाइट के साथ हम नियमित रूप से आंखों की कुछ एक्सरसाइज करें तो आंखों को लगातार पहुंच रहे नुकसान को रोका जा सकता है.

इसका कारण है कि आंखों की रोशनी तभी गिरती है, जब आईबॉल की बनावट में बदलाव आता है, आंख की लंबाई और कोर्निया में बदलाव होता है. आई एक्सरसाइज के जरिए इसको नियंत्रित किया जा सकता है, साथ ही इससे स्ट्रेस को कम करने में मदद मिलती है.

एक समय था जब लोग कहा करते थे कि अभी बुढ़ापा नहीं आया है, जो चश्मा लगाने की जरूरत पड़े. आज के समय में ये बात पूरी तरह से गलत साबित हो चुकी है, क्योंकि आज छोटे बच्चे से लेकर यंग जेनरेशन तक ज्यादातर लोगों को आंखों की समस्या सताने लगी है.

आंखों की रोशनी कम होने से छोटी उम्र पर ही चश्मा लग जाता है. वहीं आंखों में जलन, ड्राईनेस, लालिमा और आंसू आने जैसी समस्याएं भी होती हैं.इसका एक बहुत बड़ा कारण है घंटों लगातार लैपटॉप और मोबाइल पर लगे रहना. कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम के कल्चर ने इस समस्या को कहीं ज्यादा बढ़ा दिया है.