चीन से निपटने के लिए अमेरिका ने शुरू की ये बड़ी तैयारी, छोड़ने जा रहे…

अमेरिका की एक शीर्ष राजनयिक ने कहा था कि ट्रंप प्रशासन आतंकवादी समूहों का सफाया करने के लिए ‘विश्वसनीय कदम’ उठाने के वास्ते इस्लामाबाद पर दबाव बना रहा है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद की ओर से जेयूडी प्रमुख हाफिज सईद के अभियोजन और दोषसिद्धि जैसे आतंकवाद रोधी हाल में उठाए कदम महत्वपूर्ण तो हैं लेकिन स्थायी नहीं हैं।

अमेरिका एशिया में रूस की बढ़त रोकने और सामरिक रूप से खुद को मजबूत बनाने के लिए पाकिस्तान की मदद लेता रहा है। लेकिन, हाल के दिनों में चीन के साथ तनाव बढ़ने के बाद समीकरण बदल गए हैं। अमेरिका ने पाकिस्तान को न केवल अलग-थलग कर दिया है बल्कि, कई आर्थिक सहायता पर भी रोक लगा दी है।

वहीँ हाल में ही पाकिस्तान ने हर मोर्चे पर चीन का साथ देने का खुलेआम वादा किया है। पाक ने न केवल वन चाइना पॉलिसी का समर्थन किया है .
बल्कि ताइवान और हॉन्ग कॉन्ग के मुद्दे पर भी चीन के साथ हरदम खड़े रहने की बात कही है।यूरोपीय फाउंडेशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज के अनुसार, चीन का खास दोस्त पाकिस्तान अब अमेरिका के लिए वैसी अहमियत नहीं रखता जैसी वह अफगानिस्तान वॉर के समय रखता था।
पाकिस्तान दुनियाभर में अपना भरोसा खत्म करते हुए जा रहा है, इसके चलत कभी दक्षिण एशिया में अमेरिका का खास पाकिस्तान के पास समर्थन के नाम पर सब खत्म होते हुए दिख रहा है. आपको बता दें कि चीन की गोद में खेल रहे पाकिस्तान को छोड़कर अब अमेरिका ड्रैगन के खिलाफ लंबी जंग की तैयारी कर रहा है।