Tiktok के बाद अब पजबी गेम को बैन करने की मांग

आजकल इंडिया में ऐप्स और गेम्स को बैन करने की एक मुहीम चल रही है। इनमें Tiktok ऐप और PUBG मोबाइल गेम सबसे ऊपर हिटलिस्ट में है। पिछले काफी महीनों से पजबी गेम को बैन करने की मांग उठ रही थी और कई शहरों में इसे बैन कर भी दिया गया। इसके बाद टिकटॉक ऐप को बैन करने की आवाज उठी जिसके बाद गूगल और एप्पल ने अपने-अपने स्टोर से टिकटॉक को हटा लिया।

अब गुजरात की राजकोट पुलिस पबजी गेम को भी प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से हटाने की मांग कर रही है। आपको बता दें कि राजकोट समेत गुजरात के कई शहरों में पबजी गेम को बैन कर दिया गया है। पुलिस ने कई युवाओं को पबजी खेलने की वजह से हिरासत में भी लिया था। दरअसल इन गेम और ऐप की वजह से हमारे देश के बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है। टिकटॉक ऐप में अश्लील कंटेंट और बातों की कोई सीमा नहीं है और उसे 10 से लेकर 20 साल तक के बच्चे और टीएजेर बड़े आराम से देख-सुन पाते हैं।

इसकी वजह से इस उम्र के बच्चों की मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है। यह मामला मद्रास हाईकोर्ट में गया। कोर्ट ने इसपर सुनवाई की और कहा कि इस गेम की वजह से वाकई देश के बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है और आने वाले समय में यह ज्यादा ख़तरनाक साबित हो सकता है। लिहाजा कोर्ट ने सरकार को इस ऐप को हटाने का आदेश दिया। हाईकोर्ट के बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया और वहां भी हाईकोर्ट के फैसले को सही बताते हुए 22 अप्रैल को अगली सुनवाई की तारीख दे दी गई। इसके बाद भारत सरकार ने गूगल और एप्पल को अपने ऐप स्टोर से टिकटॉक को हटाने का आदेश दिया और कंपनियों ने इसे हटा दिया।

अब राजकोट पुलिस पबजी गेम के लिए भी यही मांग कर रही है। पबजी गेम की वजह से भी पिछले कुछ महीनों में कई घटनाएं सामने आई हैं। पबजी ना खेल पाने की वजह से किसी ने आत्महत्या कर ली तो किसी ने खेल के मग्न में पानी की जगह एसिड पी लिया । वहीं एक लड़के ने पबजी खेलने का सामान लाने के लिए अपने पिता के अकाउंट से ही 50,000 रुपए चुरा लिए । इस तरह की कई घटनाएं पूरे देश से सामने आई है। जिससे साफ होता है कि यह गेम एक नशे की लत जैसा हो गया है और इसका बुरा प्रभाव देश के युवाओं पर पड़ रहा है।