बिन बिजली के जिंदगी गुजारने वाले कौन हैं ये 120 परिवार

 स्कूल (School) में बच्चों का दाखिला कराने जाएं या फिर मोबाइल (Mobile) के लिए सिम (Sim) खरीदने  मीटिंग में खाता खुलवाने आधार (Aadhaar)  पैन कार्ड (Pan Card) में इनके घर का पता देखकर हर कोई पहले इन्हें ऊपर से नीचे तक देखता है  उसके बाद बस एक ही सवाल-जवाब होता है कि “मजनू का टीला (Majnu Ka Tila) तुम्हारा घर है ” “जी साहब, हम यहीं पर रहते हैं ” उसके बाद सवाल पूछने वाला हंसते हुए अपने कार्य में लग जाता है

कुछ समय पहले पाकिस्तान से कुछ हिन्दू परिवार तीर्थयात्रा वीजा पर हिंदुस्तान आए थे लेकिन किन्हीं कारणों के चलते वो वापस नहीं गए उसके बाद से लगातार यमुना के डूब इलाके में मजनू का टीला के पास रह रहे हैं तिरपाल की छत  तिरपाल की दीवार ही अब इनका घर है बच्चे पास के सरकारी स्कूल में पढ़ने जाते हैं घर के पुरुष कोई पास में दुकान लगाता है तो कोई मजदूरी करने जाता है इनके पास आधार  पैन कार्ड भी हैं लेकिन घरों में बिजली नहीं है हां पीने के पानी को नल जरूर लगे हुए हैं

एनजीटी दे चुकी है कार्रवाई के आदेश

यमुना के डूब क्षेत्र को प्रभावित करने  ग्रीन बैल्ट को नुकसान पहुंचाने के आरोप में एनजीटी में एक याचिका दाखिल की गई थी जिस पर बीते समय से सुनवाई हो रही थी इसी याचिका पर सुनवाई करते हुए एनजीटी ने डूब क्षेत्र को बचाने के लिए वहां रह रहे लोगों को कार्रवाई के आदेश दिए हैं