केदरानाथ मंदिर के बाहर पुजारी कर रहे ये काम, पिछले दो दिनों से…

केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के अनुसार, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद बोर्ड पर फिर से विचार करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा, “हालांकि अब बोर्ड पर पुनर्विचार करने के बजाय उसका विस्तार किया जा रहा है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

पुजारियों ने चेतावनी दी कि जब तक बोर्ड भंग नहीं होता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के सदस्य अंकित सेमवाल ने कहा, “फिलहाल बोर्ड द्वारा केवल सांकेतिक उपहास किया जा रहा है और अगर सरकार जल्द ही कोई फैसला नहीं लेती है तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा।”

रविवार को इन पुजारियों द्वारा दिया जा रहा शांतिपूर्ण धरना तीसरे दिन में प्रवेश कर गया। पुजारी धरना प्रदर्शन के साथ अनशन भी कर रहे हैं। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज Kedarnath Teerth Purohit Samaj) ने कहा कि अगर सरकार द्वारा बनाया गया ये बोर्ड समाप्त नहीं किया गया तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा। देवस्थानम बोर्ड के विरोध में पुजारियों ने कहा कि इस बोर्ड के बनने से उनके अधिकारों का हनन हो रहा है।

केदारनाथ मंदिर के कपाट पिछले महीने खुल गए थे। इसबार यहां कोरोना की दूसर लहर की वजह से श्रद्धालु नहीं हैं लेकिन केदरानाथ मंदिर के बाहर पुजारी शांतिपूर्ण धरना दे रहे हैं।

ये तस्वीरें पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। दरअसल इन पुजारियों की मांग है कि उत्तराखंड सरकार द्वारा बनाए गए उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड Uttarakhand Char Dham Devasthanam Management Board) को खत्म कर देना चाहिए।