योगी सरकार का ये कड़ा फैसला कोरोना वायरस की उत्तर प्रदेश से करेगा छुट्टी, पढ़ें पूरी खबर

चीन के वूहान शहर से उत्पन्न होने वाला 2019 नोवेल कोरोनावायरस इसी समूह के वायरसों का एक उदहारण है, जिसका संक्रमण सन् 2019-20 काल में तेज़ी से उभरकर 2019-20 वुहान कोरोना वायरस प्रकोप के रूप में फैलता जा रहा है। हाल ही में WHO ने इसका नाम COVID-19 रखा।

निर्देशक ने कहा कि, इस संकट की स्थिति में हम बड़े भाई की भूमिका की तरह लोगों के लिए हेल्पलाइन सुविधा चला रहे हैं. अब उनकी सुविधा डिजिटल प्लेटफॉर्म, व्हाट्सएप और जूम पर भी उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि, कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में उनका संस्थान सुरक्षा के सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण भी दे रहा है. जिससे संक्रमित मरीजों का इलाज करने में मदद मिलेगी.

राज्य में ज्यादा से ज्यादा जांच के लिए परीक्षण की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है. क्योंकि, संक्रमण को रोकने के लिए टेस्टिंग करना काफी आवश्यक है.

डायरेक्टर धीमान ने आगे बताया कि, उनके इंस्टीट्यूट में भी टेस्ट के लिए ज्यादा से ज्यादा नमूने लाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि, इस समय हर रोज 400 नमूनों की जांच की जाती है. इसके अलावा प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों में भी हफ्ते के सातों दिन 24 घंटे टेलीमेडिसिन की सुविधा भी चल रही है.